सत्य के पुजारी पुरुष थे आचार्य भिक्षु: मुनि भूपेंद्र कुमार
मुनि भूपेंद्र कुमार ने डा. विश्वमोहन के आवास पर प्रवचन करते हुए कहा जो व्यक्ति सेवा के क्षेत्र के अंदर अपने आप को समर्पित कर देता है वह इस संसार के अंदर सबके मन को मोहित करने वाला बन जाता है। आज विश्वमोहन के घर पर आकर हमारे को परम प्रसन्नता की अनुभूति हो रही है।
संस, लुधियाना : जो व्यक्ति सत्य को अपने जीवन के अंदर अंगीकार कर लेता है, वह अपने जीवन के अंदर अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफलता प्राप्त कर लेता है। आचार्य भिक्षु सत्य के पुजारी पुरुष थे। ये विचार तुलसी कल्याण केंद्र के प्रांगण में आयोजित आचार्य भिक्षु निर्वाण दिवस समारोह को संबोधित करते हुए मुनि भूपेंद्र कुमार ने व्यक्त किया।
मुनि भूपेंद्र कुमार ने डा. विश्वमोहन के आवास पर प्रवचन करते हुए कहा जो व्यक्ति सेवा के क्षेत्र के अंदर अपने आप को समर्पित कर देता है, वह इस संसार के अंदर सबके मन को मोहित करने वाला बन जाता है। आज विश्वमोहन के घर पर आकर हमारे को परम प्रसन्नता की अनुभूति हो रही है। एक समर्पित कार्यकर्ता डाक्टर के घर पर आने का हमारे को अवसर प्राप्त हुआ। इस अवसर पर तेरापंथ सभा के अध्यक्ष कमल नवलखा पंजाब प्रभारी कुलदीप सुराणा, तरुण सुराणा, डा. विश्व मोहन डीसी वीरेंद्र शर्मा न्यायाधीश जैन आदि ने अपने-2 विचारों की अभिव्यक्ति दी। कार्यक्रम का संचालन तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष धीरज सेठिया ने किया।
किचलू नगर कुलदीप जैन सुराणा निवास पर हुई सभा
कुलदीप जैन सुराणा के आवास पर आचार्य भिक्षु का स्मरण करते हुए मुनि भूपेंद्र कुमार ने कहा आज हम आचार्य भिक्षु के प्रमुख श्रावक मानमाल जी सुराणा के परिवार के अंदर आचार्य भिक्षु का निर्वाण दिवस मना रही हैं। यह और भी ज्यादा महत्वपूर्ण है। कुलदीप सुराणा ने अपनी तरफ से सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।