सभी करे मिलकर महावीर जयंती पर करें रक्तदान
यदि भगवान महावीर के विचारों का गहनता से मंथन किया जाए तो उसका एक ही सार निकलता है वह है प्राणी मात्र की रक्षा।
संस, लुधियाना : यदि भगवान महावीर के विचारों का गहनता से मंथन किया जाए, तो उसका एक ही सार निकलता है, वह है प्राणी मात्र की रक्षा। आधुनिक युग में जहां प्राणियों की रक्षा के लिए अनेक उपाए किए गए है। उन्हीं उपायों में से रक्तदान एक महत्वपूर्ण और उत्कृष्ट उपाय है। यह उक्त विचार भोले बावा रत्न मुनि जैन युवा संघ के अध्यक्ष युवा रत्न राजेश जैन बॉबी ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि किसी प्राणी की रक्षा हेतु यह कार्य अपने आप में मानवता का मंगलमय कार्य है। जितेंद्र जैन श्रमण श्री यार्न, वेद प्रकाश बहल, ने कहा कि रक्तदान के कुछ घंटों बाद हो उसकी पूर्ति भी हो सकती है और जिसको रक्त दिया गया है, उसके प्राणों की रक्षा भी हो जाती है। भगवान महावीर ने कहा था दाणाय सेहं अभिययाणं दानों में श्रेष्ठ अभयदान है। उनका यह आशय था कि जो आदमी किसी तरह से भी भयभीत है, उसको भय से मुक्त कर देना श्रेष्ठ दान है और रक्तदान इनमें एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। संदीप बहल, रजनीश बांसल ने कहा कि भगवान महावीर जंयती पर्व पर भोले बावा रत्न मुनि जैन संघ, न्यू यंग फाइव स्टार क्लब व मां वैष्णो देवी चैरिटेबल अस्पताल के सहयोग से किग पैलेस में 25 अप्रैल को 28वां रक्तदान कैंप लगाया जा रहा है। इस कैंप का उद्देश्य जरुरतमंदों को रक्त दिलाना है, ताकि कोई भी रक्त की कमी मर ना सकें।