लुधियाना पुलिस की बड़ी कामयाबी, 40 बोतल अवैध शराब और 80 हजार लीटर लाहन पकड़ी
लुधियाना पुलिस ने दो अलग-अलग स्थानों पर अवैध शराब बेचने और बनाने पर वालों के खिलाफ कार्रवाई की है। एक आरोपित को गिरफ्तार भी किया गया है।
जगराओं (लुधियाना), जेएनएन। अमृतसर, गुरदासपुर और तरनतारन में जहरीली शराब पीने से 120 से ज्यादा मौतें होने के बाद जिले की पुलिस सतर्कता बढ़ा दी है। मंगलवार को थाना सदर जगराओं और सिधवांबेट की पुलिस ने 40 बोतल अबैध शराब और 80 हजार लीटर लाहन बरामद करने में सफलता पाई है।
थाना सदर के एएसआई राजकुमार ने बताया कि वह पुलिस पार्टी के साथ बस स्टैंड गांव सवद्दी खुर्द में मौजूद थे। तभी उन्हें सूचना मिली कि बलदेव सिंह निवासी गांव शेरेवाला थाना सिधवांबेट अवैध शराब बेचने का धंधा करता है। वह गांव लीला मेघ सिंह से होते हुए शेरपुर कला की ओर अपनी मोटरसाइकिल आ रहा है। अगर नाकाबंदी की जाए तो उसके पास से भारी मात्रा में अबैध शराब बरामद की जा सकती है। इस पर पुलिस ने नाकाबंदी करके उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से 40 बोतल अवैध शराब भी बरामद हुई। आरोपित पर थाना सदर जगराओं में एक्साइज एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।
इसी तरह, थाना सिधवांबेट से एएसआई जसवंत सिंह ने बताया कि वह पुलिस पार्टी के साथ गश्त पर थे। इसी दौरान मेन चौक भूंदडी के पास उन्हें सूचना मिली कि महेंद्र सिंह और बूटा सिंह निवासी गांव छोहला थाना मेहतपुर जिला जालंधर अवैध शराब बेचते हैं। वे गांव अक्कूवाल दरिया सतलुज किनारे शराब निकाल रहे हैं। सूचना पर महेंद्र सिंह और बूटा सिंह के खिलाफ थाना सिधवांबेट में एक्साइज एक्ट के अधीन मुकदमा दर्ज करके दरिया किनारे रेड की गई। इस दौरान आरोपित मौके से फरार हो गए। पुलिस पार्टी ने मौके से 80 हजार लीटर लाहन बरामद की जिसे मौके पर ही नष्ट कर दिया गया।
जगराओं में जुआ खेलते चार गिरफ्तार
जगराओं। थाना सुधार पुलिस ने जुआ खेलते हुए चार लोगों को काबू किया है। पुलिस ने उनके पास से नकदी और ताश की गड्डी बरामद की है। एएसआई लखबीर सिंह ने बताया कि वह पुलिस पार्टी समेत घुमान चौक पर मौजूद थे। तभी सूचना मिली की सुरेंद्र पाल सिंह उर्फ मिंटू, कुलवंत सिंह, सुरेश कुमार और कुलदीप सिंह निवासी गांव मोहि शीतला मंदिर में जुआ खेल रहे हैं। इसके बाद मौके पर रेड करके सभी को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपितों पर थाना सुधार में गैंबलिंग एक्ट के अधीन मुकदमा दर्ज किया गया है। बाद में सभी को जमानत पर छोड़ दिया गया।