लुधियाना पुलिस का यूटर्न, पहले फर्जी ASI काे बिना जांच छाेड़ा फिर छह दिन बाद किया मामला दर्ज
शहर में खुद काे पंजाब पुलिस का एएसआइ बताकर लोगों को गुमराह कर रहे आरोपित को बिना जांच के छाेड़ने पर पुलिस सवालाें के घेरे में आ गई है। लोगों ने एक दिसंबर काे आराेपित काे पकड़ा था।
जासं, लुधियाना। डीसी आफिस स्थित सेवा केंद्र के बाहर खुद काे पंजाब पुलिस का एएसआइ बताकर लोगों को गुमराह करने वाले व्यक्ति काे बिना जांच के छाेड़ने पर पुलिस घिर गई है। लोगों ने एक दिसंबर काे थाना डिवीजन नंबर 5 की कोचर मार्केट चौकी पुलिस को आरोपित को साैंपा था। तब पुलिस ने बिना कार्रवाई किए उसे छोड़ दिया। अब 6 दिन के बाद पुलिस ने धोखाधड़ी व अन्य आपराधिक धाराओं के तहत केस दर्ज करके उसकी फिर से तलाश शुरू कर दी है।
आरोपित की पहचान रायकोट के गांव रसीन निवासी हरदीप सिंह के रूप में हुई। पुलिस ने दुगरी की सीआरपीएफ कालोनी निवासी हरचरणजीत सिंह की शिकायत पर उसके खिलाफ उक्त केस दर्ज किया। अपने बयान में उसने बताया कि आरोपित के साथ पिछले 6 महीने से उसकी दोस्ती है। वह खुद को पंजाब पुलिस में एएसआइ बताता था। 15 दिन पहले वह उसे भारत नगर चौक में मिला। जहां उसने बताया कि उसका पर्स घर में ही छूट गया है। उसे 5 हजार रुपये की सख्त जरूरत है। उसे बातों में लगाकर आरोपित ने धोखे से उसके 5 हजार रुपये ले लिए। उसके बाद वह उसे दोबारा नहीं मिला। उसकी तलाश के दौरान पता चला कि वह एएसआइ बनकर ऐसे ही ठगियां करता था।
बता दें कि 1 दिसंबर काे सेवा केंद्र के बाहर खड़ा उक्त आरोपित खुद काे एएसआइ बता कर एक व्यक्ति को अपना शिकार बनाने में जुटा हुआ था। उसी समय आर्बिट कंपनी के एक कर्मचारी ने आकर शोर मचा दिया कि आरोपित ने उससे 5 हजार रुपये ले रखे हैं। मगर अब तक उसका काम नहीं कराया। उसी समय एक और व्यक्ति ने आकर उसे पकड़ लिया कि उससे भी वह डेढ़ हजार रुपये ले चुका है।
एक व्यक्ति ने तो अपना काम कराने के लिए उसे 70 हजार रुपये देने का दावा किया। तलाशी लेने पर उसके कब्जे से उसके आइडी प्रूफ के साथ साथ रायकोट के एक थाने में दर्ज कराई उसके आईकार्ड की डीडीआर कापी भी मिली। उसके अनुसार उसका पंजाब पुलिस का आई कार्ड गुम हो गया है।