मणिपुर से अफीम लाकर लुधियाना बेचने पहुंचा जालंधर का फौजी, पुलिस ने भाई और ग्राहक समेत दबोचा
मणिपुर से अफीम लाकर बेचने के आरोप में पकड़ा गया फौजी जालंधर के गांव अखाड़ा निवासी धरमिंदर कुमार है। दूसरा आरोपित उसी गांव में रहने वाला उसका चचेरा भाई रविपाल और तीसरा आरोपित मुलांपुर के गांव पुड़ैन का रमनदीप सिंह है।
लुधियाना, जेएनएन। सेना में कार्यरत फौजी छुट्टी आते समय मणिपुर से दो किलो अफीम लेकर आया। जब वो उसे बेचने के लिए लुधियाना पहुंचा तो पुलिस की सीआईए टीम ने उसे दबोच लिया। उसके साथ उसके भाई और ग्राहक को भी काबू किया गया है। मामले में एक और व्यक्ति की पुलिस को तलाश है। पकड़े गए आरोपितों के खिलाफ थाना सराभा नगर में केस दर्ज करके बुधवार अदालत में पेश किया गया, जहां से दो दिन का रिमांड हासिल करके कड़ी पूछताछ की जा रही है।
एएसआइ सतीश कुमार ने बताया कि पकड़ा गया फौजी जालंधर के गांव अखाड़ा निवासी धरमिंदर कुमार है। दूसरा आरोपित उसी गांव में रहने वाला उसका चचेरा भाई रविपाल और तीसरा आरोपित मुलांपुर के गांव पुड़ैन का रमनदीप सिंह है। उसी गांव में रहने वाले गुरजंट सिंह की पुलिस को तलाश है। धरमिंदर सिंह मणिपुर स्थित सेना के इंजीनियरिंग विंग में कार्यरत है। इस बार छुट्टी पर आते समय वह 2 किलो अफीम लेकर आया था। उसे बेचने के लिए धरमिंदर ने गांव पुड़ैन निवासी गुरजंट सिंह से संपर्क किया। सौदा तय होने पर गुरजंट ने उसे अफीम लुधियाना के झमट नहर पुल पर पहुंचाने के लिए कहा। उसने कहा कि वहां उसका आदमी रमनदीप सिंह मोटरसाइकिल पर आकर अफीम ले जाएगा। साैदा तय होने पर धरमिंदर ने अपने चचेरे भाई रविपाल को साथ चलने के लिए तैयार कर लिया। रविपाल छोटा हाथी (टाटा ऐस) टेंपो का मालिक है। इसे वह खुद ही चलाता है। तय समय के अनुसार दोनों छोटा हाथी में सवार होकर झमट नहर पुल पर पहुंच गए।
दूसरी ओर, पुलिस को उनके आने के बारे में सूचना मिल गई। इस पर पुलिस ने दबिश देकर तीनों को गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से अफीम के अलावा टाटा ऐस तथा रमनदीप का मोटरसाइकिल भी बरामद किया गया। सतीश कुमार ने कहा कि आरोपितों से कड़ी पूछताछ की जा रही है। गुरजंट की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। जल्द ही उसे भी काबू कर लिया जाएगा।