क्यूट प्रोडक्ट्स के पूर्व पार्टनरों ने एक-दूसरे पर लगाया धोखाधड़ी का आरोप

लुधियाना की नामी फर्म क्यूट प्रोडक्ट्स में पार्टनर्स के बंटवारे के बाद कड़वाहट इस कदर बढ़ गई है कि दोनों ही पार्टनर एक-दूसरे पर धोखाधड़ी के आरोप लगा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 08:34 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 08:34 PM (IST)
क्यूट प्रोडक्ट्स के पूर्व पार्टनरों ने एक-दूसरे पर लगाया धोखाधड़ी का आरोप
क्यूट प्रोडक्ट्स के पूर्व पार्टनरों ने एक-दूसरे पर लगाया धोखाधड़ी का आरोप

जागरण संवाददाता, लुधियाना : लुधियाना की नामी फर्म क्यूट प्रोडक्ट्स में पार्टनर्स के बंटवारे के बाद कड़वाहट इस कदर बढ़ गई है कि दोनों ही पार्टनर एक-दूसरे पर धोखाधड़ी के आरोप लगा रहे हैं। इस कंपनी को छोड़ने वाले पार्टनर सौरव गोयल के पिता अश्वनी गोयल ने फैसले के मुताबिक पार्टनर द्वारा दो करोड़ रुपये न दिए जाने का आरोप लगाया और इस मामले में पिछले दो साल से कोर्ट में केस चलने की बात कही है। वहीं कंपनी के मालिक शैली गुप्ता के पति मुकेश गुप्ता ने सौरव गोयल ने सौरव गोयल पर उनकी फर्म की चेकबुक इस्तेमाल कर जाली दस्तखत कर चेक पार्टियों को देकर उनकी छवि खराब करने की बात कही है। मामले में पुलिस की ओर से एफआइआर भी दर्ज की गई है। मुकेश गुप्ता ने लगाया उनके हस्ताक्षर कर चेक बांटने का आरोप

क्यूट प्रोडक्ट्स शैली गुप्ता के पति मुकेश गुप्ता कहा कि सौरव गोयल के साथ वे छह साल तक पार्टनरशिप में काम करते रहे। इसके बाद दोनों ने अलग होकर अपना-अपना काम शुरू कर दिया। हालांकि उनके बैंक अकाउंट पर सौरव गोयल का एड्रेस था। ऐसे में उनकी पांच चेकबुक सौरव के पते पर गईं। सौरव ने इसमें से एक चेकबुक अपने पास रखकर कई पार्टियों को 25 लाख रुपये के चेक काट दिए। इसके अलावा सौरव ने एक अन्य खाते के भी चेक काट दिए। यह सभी चेक बाउंस होने के कारण मार्केट में उनकी छवि को भारी नुक्सान हुआ है। कुल 1.35 करोड़ रुपये के फेक चेक काटे गए। हमारे दो करोड़ बताया सब मनगढ़ंत कहानी

दूसरी तरफ सौरव गोयल के पिता अश्वनी गोयल ने कहा कि वे क्यूट साइकिल ग्रुप के फाउंडर थे। शैली गुप्ता उनके साथ छह साल पार्टनर रहीं। जब दोनों में बंटवारा हुआ तो लिखित एग्रीमेंट में दो करोड़ रुपये की राशि देने के लिए शैली गुप्ता और उनके पति मुकेश गुप्ता ने हामी भरी। इसके लिए उन्होंने 14 चेक भी दिए, जो बाउंस हो गए। इसको लेकर कोर्ट में केस चल रहा है। यह सारी मनगढ़ंत कहानी बनाकर ये लोग दो करोड़ रुपये देने से बचना चाहते हैं। इसको लेकर वे पुलिस अधिकारियों से क्लीन चिट भी ले चुके हैं और दोबारा एफआइआर पर इंक्वायरी मार्क करवाएंगे।

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