Stubble Burning In Punjab: लुधियाना में पिछले वर्ष की तुलना में घटे पराली जलाने के मामले, DC ने कही बड़ी बात

Stubble Burning In Punjab लुधियाना में पिछले वर्ष की तुलना में पराली जलाने के मामलों में कमी आई है। यह दावा डीसी वरिंदर कुमार शर्मा ने किया है। डीसी के अनुसार प्रशासन और लोगों के सामूहिक प्रयास से यह संभव हाे पाया है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 12:43 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 02:48 PM (IST)
Stubble Burning In Punjab: लुधियाना में पिछले वर्ष की तुलना में घटे पराली जलाने के मामले, DC ने कही बड़ी बात
लुधियाना के डीसी का दावा है कि महानगर में पराली जलाने के मामले लगातार कम हो रहे हैं। एएनआइ।

जेएनएन/एएनआइ, लुधियाना। Stubble Burning In Punjab: पंजाब में धान की पराली न जलाने को लेकर बड़ी अच्छी खबर आई है। प्रदेश की औद्यौगिक नगरी लुधियाना में पिछले वर्ष की तुलना में पराली जलाने के मामलों में कमी दर्ज की गई है। यह दावा डिप्टी कमिश्नर वरिंदर कुमार शर्मा ने किया है। डीसी के अनुसार प्रशासन और लोगों के सामूहिक प्रयास के कारण इस बार पराली जलाने के कुछ ही मामले सामने आए हैं। डीसी के अनुसार अभी तक प्रशासन की ओर से विभिन्न किसान समहूों को प्राथमिक कृषि समितियों को पराली के प्रबंधन के लिए 5400 मशीनें दी जा चुकी हैं।

यह भी पढ़ें-Punjab Vidhan Sabha Chunav: ...जब सुखबीर बादल ने रेवड़ियाें की जगह बांट दी 'बर्फी', पढ़ें लुधियाना की और राेचक खबरें

प्रशासन किसानों को पराली नहीं जलाने को लेकर कर रहा जागरूक

वरिंदर कुमार शर्मा ने कहा कि प्रशासन लगातार किसानों को पराली नहीं जलाने को लेकर जागरूक कर रहा है। सिंगपुरा गांव के सरपंच जसविंदर सिंह राणा ने कहा कि पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए हम पराली नहीं जला रहे हैं। इसे खाद और चारे के रूप में प्रयुक्त किया जा सकता है। पिछले वर्ष भी पराली जलाने के बहुत कम मामले सामने आए हैं।

यह भी पढ़ें-Atal Apartment Project: लुधियाना भाजपा ने इंप्रूवमेंट ट्रस्ट दफ्तर के बाहर लगाया धरना, अटल अपार्टमेंट का नाम बदलने का विराेध

पंजाब में आंकड़े चाैकान्ने वाले

पंजाब पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (पीपीसीबी)के अनुसार 14 अक्टूबर तक राज्य में पराली जलाने के 1286 मामले सामने आए थे। यह 16 अक्टूबर को बढ़कर 2375 हो गया। 15 और 16 अक्टूबर को पराली जलाने के 1089 केस हुए रिपोर्ट हुए थे। इससे पंजाब सरकार, जिला प्रशासन और पीपीसीबी (पंजाब पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) की एक बार फिर चिंता बढ़ने लगी है। सिर्फ 15 अक्टूबर को अब तक सबसे ज्यादा 660 केस रिपोर्ट हुए जबकि 16 को 429 मामले आए सामने आए हैं। आने वाले दिनाें में इनकी संख्या और बढ़ सकती है।

यह भी पढ़ें-Farmers Protest: पूर्व मंत्री अनिल जोशी की किसानों को नसीहत, रोज-रोज के बंद और जाम से जनाधार खो देगा आंदोलन

chat bot
आपका साथी