लुधियाना की आबाेहवा हाेगी साफ, नगर निगम ई रिक्शा समेत चार एंटी स्माग गन खरीदेगा; कंपनियों से मांगे आवेदन

अफसरों को पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के विशेषज्ञों ने राय दी है कि लुधियाना शहर में फैक्ट्रियों की चिमनियों से निकलने वाला धुआं व वाहनों का धुआं सीधे हवा में मिल जाता है। इसके अलावा सड़कों व निर्माण कार्यों की वजह से भी काफी मिट्टी हवा में मिल जाती है।

By Vipin KumarEdited By: Publish:Tue, 04 May 2021 12:42 PM (IST) Updated:Tue, 04 May 2021 12:42 PM (IST)
लुधियाना की आबाेहवा हाेगी साफ, नगर निगम ई रिक्शा समेत चार एंटी स्माग गन खरीदेगा; कंपनियों से मांगे आवेदन
निगम अब एंटी स्माग गन के जरिए शहर की हवा में प्रदूषित कणों को दूर करेगा। (सांकेतिक तस्वीर)

लुधियाना, [राजेश भट्ट]। शहर की आबोहवा के हालात किसी से छुपे नहीं हैं। औद्योगिक शहर होने की वजह से शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरे के स्तर से ऊपर ही रहता है। नगर निगम अब शहर की आबोहवा सुधारने के लिए नया प्रयोग करने जा रहा है। निगम अब एंटी स्माग गन के जरिए शहर की हवा में प्रदूषित कणों को दूर करेगा और साफ हवा शहरवासियों को मिल सकेगी।

निगम हवा को साफ करने के लिए चार एंटी स्माग गन खरीदने जा रहा है इसके लिए निगम ने एंटी स्माग बनाने वाली कंपनियों से आवेदन मांगे हैं और उन्हें अपनी तकनीक के बारे में प्रेजेंटेशन देने को कहा है। निगम को जिस कंपनी की तकनीक और वर्किंग पसंद आएगी उसके बाद उस तकनीक की एंटी स्माग गन खरीदी जाएंगी। खास बात यह है कि निगम एंटी स्माग गन ई रिक्शा पर फिट करवाएगा ताकि उसको चलाने में किसी तरह का वायु प्रदूषण न हो। नगर निगम नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत शहर में वायु प्रदूषण कम करने के लिए अलग अलग तकनीकों पर काम कर रहा है।

निगम अफसरों को पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के विशेषज्ञों ने राय दी है कि लुधियाना शहर में फैक्ट्रियों की चिमनियों से निकलने वाला धुआं व वाहनों का धुआं सीधे हवा में मिल जाता है। इसके अलावा सड़कों व निर्माण कार्यों की वजह से भी काफी मिट्टी हवा में मिल जाती है। अगर इन सभी प्रदूषित कणों को हवा से अलग कर दिया जाए तो इससे वायु प्रदूषण कम हो जाएगा। इसके लिए एंट्री स्माग गन काफी बेहतर रिजल्ट दे सकती हैं। पीपीसीबी के विशेषज्ञों की राय पर नगर निगम ने अब कंपनियों को बुलाया है जोकि अपनी अपनी तकनीक के बारे में निगम को जानकारी देंगे।

निगम शहर में 100 मीटर रेंज की एंटी गन खरीदेगा ताकि हवा में काफी ऊंचाई से भी प्रदूषण को कम किया जा सके। नगर निगम के एसई ओएंडएम ब्रांच रजिंदर सिंह ने बताया कि निगम ने कंपनियों से आवेदन मांगे हैं। कंपनियां नगर निगम के सामने अपनी तकनीक और वर्किंग के बारे में जानकारी देंगे। उसके बाद निगम के वरिष्ठ अधिकारी और तकनीकी विशेषज्ञ सबसे अच्छी तकनीक को सलेक्ट कर उस तकनीक के एंटी स्माग गन खरीदेंगे।

दो तकनीकों पर करती है एंटी स्माग गन काम

एंटी स्माग गन दो अलग अलग तकनीकों पर काम करती है। एक तकनीक में एंटी स्माग गन से पानी की बौछार हवा में की जाती है और पानी के महीन कण प्रदूषित कणों को अपने साथ जमीन पर ले आते हैं। जिससे ऊपर हवा साफ हो जाती है। जबकि दूसरी तकनीक वाली एंटी स्माग गन हवा में से प्रदूषित कणों को वैक्यूम क्लीनर की तर्ज पर अपनी तरफ सोखती है और उन्हें साथ में लगे पानी के टैंक में एकत्रित करती है। यह प्रदूषित कण पानी में मिलकर निष्क्रिय हो जाते हैं। निगम कंपनियों की प्रेजेंटेशन देखने के बाद तय करेगा कि किस तकनीक की एंटी स्माग गन खरीदी जाएं।

मूविंग होंगी एंटी स्माग गन

एसई रजिंदर सिंह ने बताया कि नगर निगम प्रयोग के तौर पर पहले चार एंटी स्माग गन खरीदेगा। इन्हें ई रिक्शा पर फिट किया जाएगा ताकि चलाते वक्त वाहन से भी प्रदूषण न हो। यह चारों गन मूविंग होंगी और उन क्षेत्रों में प्रयोग किया जाएगा जहां पर फैक्ट्रियां ज्यादा हैं। अगर प्रयोग सफल रहा तो और गन खरीदने पर भी विचार किया जा सकता है।

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