बिल्डिंग ब्रांच पर नकेल कसने की तैयारी में नगर निगम, एडीशनल कमिश्नर उठा चुके हैं कार्यशैली पर सवाल

बिल्डिंग ब्रांच के अफसरों की कारगुजारी का आलम यह है कि नगर निगम हाउस की बैठक में अकाली दल के पार्षद जसपाल सिंह ग्यासपुरा ने खुलेआम एक बिल्डिंग इंस्पेक्टर का नाम लेकर कहा था कि उसने लाकडाउन के दौरान 100 एकड़ जमीन में अवैध कालोनियां कटवा ली हैं ।

By Vipin KumarEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 09:42 AM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 09:42 AM (IST)
बिल्डिंग ब्रांच पर नकेल कसने की तैयारी में नगर निगम, एडीशनल कमिश्नर उठा चुके हैं कार्यशैली पर सवाल
नगर निगम की बिल्डिंग ब्रांच की कारगुजारी किसी से छुपी नहीं है।

लुधियाना, जेएनएन। नगर निगम की बिल्डिंग ब्रांच की कारगुजारी किसी से छुपी नहीं है। शहर में होने वाले अवैध निर्माणों पर नकेल कसना तो दूर बिल्डिंग ब्रांच के अफसर शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं करते। कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु, मेयर बलकार सिंह संधू समेत बिल्डिंग ब्रांच पर नकेल कसने के लिए बनाई गई कमेटी भी अफसरों की कारगुजारी पर सवाल खड़े कर चुकी है। हाल ही में नगर निगम के एडीशनल कमिश्नर ऋषिपाल सिंह ने तो बिल्डिंग ब्रांच के टाप अफसरों के काम करने के तौर तरीकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

बिल्डिंग ब्रांच के अफसरों की कारगुजारी का आलम यह है कि नगर निगम हाउस की बैठक में अकाली दल के पार्षद जसपाल सिंह ग्यासपुरा ने खुलेआम एक बिल्डिंग इंस्पेक्टर का नाम लेकर कहा था कि उसने लाकडाउन के दौरान 100 एकड़ जमीन में अवैध कालोनियां कटवा ली हैं और वह खुद अवैध कालोनाइजरों के दफ्तरों में बैठकर प्लाट बेच रहा है। यही नहीं बिल्डिंग इंस्पेक्टर खुद फील्ड में जाकर अवैध निर्माण को पहली स्टेज में नहीं रोकते और जब अवैध निर्माण लगभग पूरा हो जाता है तब जाकर वहां पहुंचते हैं। तब भी वह निगम के लिए पैसे नहीं वसूलते बल्कि अपनी जेब गर्म करके चले जाते हैं।

बिल्डिंग ब्रांच पर नकेल करने के लिए बनी कमेटी के चेयरपर्शन ममता आशु ने तो अफसरों को साफ कह दिया था कि बिल्डिंग इंस्पेक्टरों और असिस्टेंट टाउन प्लानरों ने अगर पहले स्टेज पर अवैध निर्माण नहीं रोका तो वह सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे और लेंटर पड़ने के बाद लोगों से अवैध वसूली हुई तो उनके खिलाफ क8ार्रवाई की जाएगी।

अब सख्त दिखने लगे कमिश्नर

नगर निगम कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल ने अब बिल्डिंग ब्रांच पर नकेल कसनी शुरू कर दी। कमिश्नर ने दोनों एमटीपीज को साफ कर दिया कि फील्ड स्टाफ अगर अवैध निर्माण नहीं रोकता तो इसके लिए अपने अपने जोनों में वह जिम्मेदार होंगे। उन्होंने साफ कर दिया कि जो भी शिकायत आती है उसपर तुरंत क8ार्रवाई की जाए। हाल ही में निगम कमिश्नर ने जोन बी के एक बिल्डिंग इंस्पेक्टर को सस्पेंड भी कर दिया। यही नहीं मेयर बलकार सिंह संधू ने बिल्डिंग ब्रांच के भ्रष्ट अफसरों को शीशे वाले कमरे में बैठने की सजा का प्रावधान भी किया है।

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