Strike In Ludhiana: सरकारी दफ्तरों में कामकाज ठप, मिनिस्ट्रियल स्टाफ ने 6वें दिन भी रखी पेन डाउन स्ट्राइक
बुधवार को डीसी दफ्तर शिक्षा विभाग पंचायत विभाग आरटीए दफ्तर सेहत विभाग लोक निर्माण विभाग समेत सभी विभागों के कर्मचारी हड़ताल पर रहे। कर्मचारी 6 दिन से हड़ताल पर हैं और सरकार ने अभी तक उन्हें बातचीत के लिए नहीं बुलाया है।
जासं, लुधियाना। जिले के सरकारी दफ्तरों में कामकाज मुश्किल हो गया है। बुधवार को डीसी दफ्तर, शिक्षा विभाग, पंचायत विभाग, आरटीए दफ्तर, सेहत विभाग, लोक निर्माण विभाग समेत सभी विभागों के कर्मचारी हड़ताल पर रहे। पंजाब सरकार और मिनिस्ट्रियल स्टाफ के बीच मांगों को लेकर समझौता नहीं हो पा रहा है। कर्मचारी 6 दिन से हड़ताल पर हैं और सरकार ने अभी तक उन्हें बातचीत के लिए नहीं बुलाया है। सरकार के रवैये से पंजाब स्टेट मिनिस्टीरियल सर्विसेज यूनियन बेहद खफा है। यूनियन के जिला महसचिव एपी मौर्या ने कहा कि पंजाब सरकार मुलाजिमों की अनदेखी कर उन्हें सड़क पर उतरने के लिए मजबूर कर रही है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी छह दिन से पेनडाउन हड़ताल पर हैं और जनता इससे परेशान है। इसके बावजूद पंजाब सरकार मुलाजिमों की तरफ ध्यान नहीं दे रही। उन्होंने कहा कि यूनियन की प्रदेश कार्यकारिणी जल्दी ही बड़ा फैसला लेकर आंदोलन की अगली रणनीति तय करेगी। यूनियन ने अभी 17 अक्टूबर तक हड़ताल का एलान किया है।
मौर्या ने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव के वक्त मुलाजिमों से वादा किया था कि उनकी मांगों को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाएगा। साढ़े चार साल से ज्यादा का वक्त बीत गया और कर्मचारी हड़ताल पर हैं। इसके बावजूद सरकार कर्मचारियों की मांगों को अनदेखा कर रही है। उन्होंने बताया कि मिनिस्टीरियल स्टाफ ने खाली पड़े पदों को भरने और क्लर्कों के प्रमोशन व छठे वित्त आयोग को सही तरीके से लागू करने की मांग सरकार के सामने रखी थी। एक दो बार सरकार के साथ बैठक भी हुई लेकिन सरकार ने इसे हल्के में ले लिया और अब आंखें मूंद ली।
कर्मचारी आर-पार की लड़ाई की मूड में
उन्होंने कहा कि कर्मचारी इस समय आर-पार की लड़ाई के मूड में है। माैर्या ने बताया कि सभी विभागों का मिनिस्टीरियल स्टाफ हड़ताल पर है और काम काज को पूरी तरह से ठप रखा है। बुधवार को डीसी दफ्तर, शिक्षा विभाग, पंचायत विभाग, आरटीए दफ्तर, सेहत विभाग, लोक निर्माण विभाग समेत सभी विभागों के कर्मचारी हड़ताल पर हैं।