Lockdown में पैसों के लिए मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र ने चोरी किया बाइक, 3 सेकेंड में खोल लेता है Lock
लुधियाना में लाकडाउन में पैसों की जरूरत को पूरा करने के लिए मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र ने बाइक चोरी किया । उसके पास ऐसा तरीका था कि तीन सेकेंड में बाइक व स्कूटी का लाक खोल लेता है।
लुधियाना, जेएनएन। लाकडाउन में पैसों की जरूरत को पूरा करने के लिए मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र ने बाइक चोरी किया। उसके पास ऐसा तरीका था कि तीन सेकेंड में बाइक व स्कूटी का लाक खोल लेता है। दोपहिया वाहन चोरी कर अपने खर्च पूरा करने का उसे ऐसा चस्का लगा कि उसने अपने साथी को भी इस काम में अपने साथ लगा लिया। पांच महीने से वह कई जगह से बाइक व स्कूटी चोरी कर चुके थे। आखिर अपराधी कितना भी शातिर क्यों न एक दिन पुलिस के हाथ चढ़ ही जाता है। शिमलापुरी के साहिबजादा फतेह सिंह नगर का गगनप्रीत सिंह उर्फ गग्गू और आदर्श नगर की गली नंबर पांच का रहने वाला अमृतपाल सिंह भी पुलिस के हत्थे चढ़ ही गए। दोनों को गिरफ्तार कर चोरी के चार बाइक, तीन एक्टिवा और कुछ पाट्र्स जब्त किए हैं। साहनेवाल थाने की पुलिस ने दोनों को दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है।
एसएचओ बलविंदर सिंह ने बताया कि आरोपित गगनप्रीत उर्फ गग्गू बहुत शातिर है। उसने बताया कि उसने आइटीआइ से मैकेनिकल डिप्लोमा किया है। इन दिनों एक निजी कालेज में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है। पिछली पांच जून को साहनेवाल के डेहलों रोड के गुरजीत सिंह की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात पर केस दर्ज किया था। इसमें बताया था कि रेरू साहिब गुरुद्वारा के बाहर से किसी ने उसका बाइक चोरी कर लिया है। गुरुद्वारा साहिब में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में दो लोग बाइक लेकर जाते दिखे थे। कैमरों के लेंस पर मिट्टी होने के कारण चोरों के चेहरे साफ नहीं दिखे थे। पुलिस ने इसके बाद कैमरों को साफ किया। उन्हें शक था कि चोर दोबारा भी चोरी करने यहां आएंगे। वीरवार की रात को पुलिस ने गगनप्रीत को रंगे हाथ पकड़ लिया गया।
शातिर : पकड़े न जाएं इसलिए चोरी के वाहनों के पाट्र्स बेचते थे
गगनप्रीत बहुत शातिर है। तीन बाइक के पाट्र्स खोलकर बेच चुका है। बाइक व स्कूटी बेचने पर पकड़े जाने का खतरा ज्यादा था इसलिए उसने यह रास्ता अपनाया। वह अपने घर के आसपास चोरी नहीं करता था। इसके लिए उसने गुरुद्वारा रेरू साहब और कचहरी इलाके को चुना था।
लालच बुरी बला : फंस गया कोरियर कंपनी का डिलीवरी ब्वाय
वाहन चोरियों में अमृतपाल का कोई हाथ नहीं था। वह सिर्फ लालच में आकर फंस गया। वह एक कोरियर कंपनी के लिए डिलीवरी ब्वाय का काम करता था। गगनप्रीत को जिस एरिया में चोरी करनी होती थी वह उसे अपने बाइक से वहां छोड़ देता था। इसके बदले गगनप्रीत उसे 500 या 1000 रुपये देता था। अमृतपाल और उसका परिवार अमृतधारी है।