लुधियाना निगम के सेक्रेटरी सेखों को जोन ए में मिला जोनल कमिश्नर का चार्ज, कर्मचारियों के दबाव के बाद बुलाया था वापस
सेखों म्यूनिसिपल इंप्लाइज संघर्ष कमेटी के प्रधान भी हैं। जोन सी के जोनल कमिश्नर पद से हटाने के बाद करीब ढाई साल उन्हें निगम में कोई अहम जिम्मेदारी नहीं दी गई। मेयर ने पालीथिन फ्री लुधियाना बनाने की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी थी।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। 'पालीथिन फ्री लुधियाना' मुहिम के तहत ताबड़तोड़ कार्रवाई करने पर निगम के सेक्रेटरी जसदेव सिंह को अबोहर नगर निगम भेजा गया। निगम कर्मियों के दबाव में सेखों का ट्रांसफर रद हुआ और उन्हें फिर से लुधियाना नगर निगम में वापसी मिली। सेखों को इस बार वापसी के साथ महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी सौंप दी गई। बुधवार को नगर निगम कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल ने सेखों को नगर निगम जोन ए का जोनल कमिश्नर का चार्ज दे दिया। सेखों पहले जोन सी में भी जोनल कमिश्नर रह चुके हैं। वहीं जोन सी के जोनल कमिश्नर नीरज जैन को जोन डी का एडीशनल चार्ज दे दिया है।
म्यूनिसिपल इंप्लाइज संघर्ष कमेटी के प्रधान भी हैं सेखों
सेखों म्यूनिसिपल इंप्लाइज संघर्ष कमेटी के प्रधान भी हैं। जोन सी के जोनल कमिश्नर पद से हटाने के बाद करीब ढाई साल उन्हें निगम में कोई अहम जिम्मेदारी नहीं दी गई। मेयर ने पालीथिन फ्री लुधियाना बनाने की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी थी तो उन्होंने ताबड़तोड़ कार्रवाई की जो पालीथिन कारोबारियों को नहीं पची और वह राजनीतिक आकाओं की शरण में चले गए। जिसमें बाद सेखों का तबादला किया गया।
इंटरनेट मीडिया पर हुआ था तबादले का विराेध
इस पर इंटरनेट मीडिया से लेकर अलग-अलग साधनों पर कांग्रेस के स्थानीय नेताओं की खूब किरकिरी हुई और संघर्ष कमेटी ने उनका ट्रांसफर रद करने के लिए संघर्ष छेड़ दिया। उसके बाद सरकार ने उनके तबादले के आदेश रद किए। अब उन्हें सेक्रेटरी तेजिंदरपाल पंछी की जगह निगम जोन ए का जोनल कमिश्नर लगाया गया है। जोन डी के जोनल कमिश्नर का तबादला होने के बाद से पद खाली था। जिस पर कमिश्नर ने इसकी जिम्मेदारी भी नीरज जैन को दी है।