चेयरमैन की चेतावनी पर लुधियाना नगर निगम के इंजीनियर बिफरे, बोले-पानी, सीवरेज व सफाई कर देंगे बंद

सीवरमैन को बिना सेफ्टी बेल्ट के मैनहोल में उतारने के मामले में सफाई कर्मचारी आयोग के चेयरमैन गेजा राम और नगर निगम लुधियाना के इंजीनियर मंगलवार को सर्किट हाउस में आमने-सामने हो गए। नगर निगम के इंजीनियर सफाई सेवकों की जान को खतरे में डाल रहे हैं।

By Vipin KumarEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 11:36 AM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 11:36 AM (IST)
चेयरमैन की चेतावनी पर लुधियाना नगर निगम के इंजीनियर बिफरे, बोले-पानी, सीवरेज व सफाई कर देंगे बंद
सफाई कर्मचारी आयोग के चेयरमैन गेजा राम ने सर्किट हाउस में बुलाई थी बैठक। (जागरण)

जागरण संवाददाता, लुधियाना। सीवरमैन को बिना सेफ्टी बेल्ट के मैनहोल में उतारने के मामले में सफाई कर्मचारी आयोग के चेयरमैन गेजा राम और नगर निगम लुधियाना के इंजीनियर मंगलवार को सर्किट हाउस में आमने-सामने हो गए। बैठक शुरू होते ही चेयरमैन ने कहा कि नगर निगम के इंजीनियर सफाई सेवकों की जान को खतरे में डालकर उन्हें जबरन सीवरेज मैनहोल में उतार रहे हैं। उन्होंने खुद वीडियो बनाया है और इसकी शिकायत पुलिस के अलावा डीसी, निगम कमिश्नर, प्रधान सचिव व मुख्य सचिव को दी है।

इसके बाद भी निगम के इंजीनियरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस कारण उन्हें खुद लुधियाना आना पड़ा है। इसी बीच नगर निगम के इंजीनियरों ने चेयरमैन से कहा कि वह उस वीडियो को भी सार्वजनिक करें जिसमें वह खुद सफाई कर्मियों को मैनहोल में उतरने के लिए कह रहे हैं। इसी बात पर दोनों पक्षों में जमकर बहस हुई। एसडीएम बलजिंदर सिंह ढिल्लों और ज्वाइंट कमिश्नर कुलप्रीत ने बीच बचाव किया।

इसी बीच सीवरमैन विजयपाल ने आयोग के सामने मीडिया से कहा कि उन्हें चेयरमैन के साथ आए लोगों ने सीवर में उतरने के लिए कहा और यह भी कहा कि उनका वीडियो बनाया जाना है। इसके बाद बैठक का माहौल और गरमा गया। चेयरमैन ने बैठक में उपस्थित इंजीनियरों पर केस दर्ज करने के आदेश दे दिए। इसके बाद इंजीनियर फिर भड़क गए। बाद में अधिकारियों ने सभी इंजीनियरों को बैठक से बाहर भेज दिया। वहीं इंजीनियरों ने कहा कि अगर उनके खिलाफ केस दर्ज हुआ तो वह शहर में पानी, सीवरेज व कूड़ा प्रबंधन बंद कर देंगे। आयोग के सामने अपनी बात रखने का हक उन्हें भी है। उन्होंने किसी प्रोटोकाल को नहीं तोड़ा है। सर्किट हाउस में म्युनिसिपल कर्मचारी संघर्ष कमेटी के प्रधान जसदेव सिंह सेखों भी पहुंचे थे। उन्होंने इंजीनियरों का साथ देने की बात कही।

वहीं, चेयरमैन गेजा राम दोपहर 12 बजे से शाम सात बजे तक सर्किट हाउस में अधिकारियों व कर्मचारियों से पूछताछ करते रहे। इस दौरान उन्होंने एसडीओ कमल कुमार मोबाइल फोन अपने पास रख लिया। बाद में वापस कर दिया।

बिना बुलाए बैठक में पहुंच गए अधिकारी व इंजीनियर

सफाई कर्मचारी आयोग के चेयरमैन गेजा राम ने सर्किट हाउस में बुलाई बैठक में छह सीवरमैनों और संबंधित अधिकारियों को बुलाया था लेकिन ओएंडएम सेल के जेई, एसडीओ, एक्सईएन और एसई भी वहां पहुंच गए। कुछ पार्षद भी वहां मौजूद थे। बैठक में हुई बहस पर चेयरमैन ने कहा कि यह प्रोटोकाल का उल्लंघन है। जिन लोगों को बुलाया ही नहीं गया वह भी पहुंच गए हैं। उनके काम में बाधा पहुंचाई गई है। इस पूरे घटनाक्रम की वीडियो बनाई गई है। जांच में जो लोग आयोग की अवहेलना करने के दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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आयोग से झूठ बोलने वाले सीवरमैनों पर भी दर्ज करेंगे पर्चा

चेयरमैन ने कहा कि सीवरमैनों ने अधिकारियों के दबाव में आकर बयान बदले हैं। अब वह उन्हें चंडीगढ़ स्थित अपने दफ्तर में बुलाएंगे। उसके बाद भी अगर उन्होंने सही बयान नहीं दिया तो उनके खिलाफ भी आयोग के सामने झूठ बोलने का पर्चा दर्ज किया जाएगा। सीवरमैन पहले ही आयोग के सामने अपने बयान रिकार्ड करवा चुके हैं।

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