लुधियाना के Mayor संधू का एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर में छापा, हर माह 1800 डाॅग्स की स्टरलाइजेशन का आदेश
मेयर बलकार सिंह संधू ने बताया कि उन्होंने जब छापेमारी की उस दौरान बड़ी गिनती में कुत्ते गाड़ी में भरकर लाए गए थे। उन कुत्तों की भी जांच की गई कि कंपनी कहीं ऐसे कुत्ते तो नहीं लेकर आई है जिनका पहले स्टरलाइजेशन हो चुका हो।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। शहर आवारा कुत्तों की समस्या से जूझ रहा है। आए दिन शहर में डाॅग बाइट के केस आ रहे हैं। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शहर में नया एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर बनाया गया। नगर निगम ने दो साल में शहर के सभी आवारा कुत्तों की स्टरलाइजेशन करने का लक्ष्य रखा है। निगम ने इसके लिए कंपनी को प्रति माह कम से कम 1800 कुत्तों की स्टरलाइजेशन करने के आदेश दिए हैं। कंपनी लक्ष्य के मुताबिक काम कर रही है या नहीं इसका जायजा लेने के लिए मेयर बलकार सिंह संधू ने एबीसी सेंटर में छापा मारा।
कंपनी को लक्ष्य के मुताबिक रोजाना 60 कुत्तों की स्टरलाइजेशन करनी है जबकि अभी यह गिनी 45 से 50 है। मेयर ने कंपनी को हिदायतें दी हैं कि शहर से आवारा कुत्तों के बजाए फीमेल डाग्स को पकड़कर उनकी स्टरलाइजेशन करवाएं ताकि वो नए बच्चों को जन्म न दे सके। बताया जा रहा है कि शहर में अभी 35 हजार के करीब कुत्ते ऐसे हैं जिनकी स्टरलाइजेशन होनी है।
मेयर बलकार सिंह संधू ने बताया कि उन्होंने जब छापेमारी की उस दौरान बड़ी गिनती में कुत्ते गाड़ी में भरकर लाए गए थे। उन कुत्तों की भी जांच की गई कि कंपनी कहीं ऐसे कुत्ते तो नहीं लेकर आई है जिनका पहले स्टरलाइजेशन हो चुका हो। मेयर ने बताया कि कंपनी की एक गाड़ी अभी खराब है उन्हें आदेश दिए गए हैं कि इस गाड़ी को भी ठीक करवाकर काम तेजी से करें ताकि मार्च 2023 तक शहर के सभी कुत्तों की स्टरलाइजेशन हो सके। मेयर ने बताया कि कंपनी को हिदायतें दी गई हैं कि पहले फेज में फीमेल डाग्स की स्टरलाइजेशन करें। ताकि कुत्तों की संख्या बढ़नी कम हो जाए।
कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल ने बताया कि एबीसी सेंटर में एक साथ 300 कुत्तों को रखा जाता है ऐसे में रोजाना 60 से 70 कुत्तों की नसबंदी रोज करना मुश्किल नहीं है। कमिश्नर ने कहा कि कंपनी को पूरी तरह से मानिटर किया जा रहा है कि जिन इलाकों से डाग बाइट की शिकायतें आ रही हैं वहां पहले स्टरलाइजेशन किया जाए। निगम के वेटरनरी डाक्टर हरबंस डल्ला ने कहा कि कंपनी के काम काज पर रोजाना नजर रखी जा रही है और उनसे रोजाना फीड बैग ली जा रही है।