आरोप: सिविल अस्पताल में खून चढ़ाने के नाम पर लिए जा रहे पैसे

सिविल अस्पताल में सुबह उस वक्त हंगामा मच गया, जब कुछ मरीजों के परिजनों ने दूसरी मंजिल स्थित वार्ड के मेल स्टाफ पर टेस्ट, दवाइयों व खून चढ़ाने के नाम पर पैसे लेने का आरोप लगाया।

By Edited By: Publish:Sat, 17 Nov 2018 07:12 AM (IST) Updated:Sat, 17 Nov 2018 10:29 AM (IST)
आरोप: सिविल अस्पताल में खून चढ़ाने के नाम पर लिए जा रहे पैसे
आरोप: सिविल अस्पताल में खून चढ़ाने के नाम पर लिए जा रहे पैसे

अश्विनी पाहवा, लुधियाना: सिविल अस्पताल में शुक्रवार सुबह उस वक्त हंगामा मच गया, जब कुछ मरीजों के परिजनों ने दूसरी मंजिल स्थित वार्ड के मेल स्टाफ पर टेस्ट, दवाइयों व खून चढ़ाने के नाम पर पैसे लेने का आरोप लगाया। आरोपित मेल वार्ड में मरीजों की मरहम पट्टी व उनकी देखरेख करता है। मामला तब सामने आया, जब मरीज के परिजन उक्त स्टाफ के खिलाफ इमरजेंसी में डॉक्टर से शिकायत करने पहुंचे। उधर, एसएमओ ने मामले की जांच बैठा दी है।

ढंडारी कलां के ईश्वर कॉलोनी के रहने वाले सुमित ने बताया कि उसके मामा अरविंद कुमार को पीलिया की शिकायत थी, जिसके चलते उन्हें 11 नवंबर को सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। उसके मामा को सिविल अस्पताल की दूसरी मंजिल पर बने पुरुष वार्ड में दाखिल किया गया। सुमित ने बताया कि वहां पर मौजूद पुरुष स्टाफ ने अपना नाम जीत बताया और उससे पाच सौ रुपये ब्लड लाने के लिए मांगे। सुमित के अनुसार, जब उसने पूछा कि अभी तक मरीज को ब्लड नहीं चढ़ाया गया तो उसने तरह-तरह के बहाने बनाए व टालमटोल करने लगा। वीरवार की सुबह जब डॉक्टर उनके वार्ड में आए तो उसके मामा अरविंद कुमार को सीटी स्कैन के लिए लिख दिया। सुमित के अनुसार डॉक्टर के जाने के कुछ समय बाद उक्त पुरुष स्टाफ उनके पास आया और बोला कि उसने सीएमसी अस्पताल में फोन कर मरीज की सीटी स्कैन के लिए बात कर ली है। एंबुलेंस वाले से भी बात कर ली है, जो उन्हें लेकर जाएगा और वापस भी लाएगा, जिसके लिए उसने 2000 मांगे। उसने दो हजार रुपये दे दिए। फिर वीरवार की देर रात उसके मामा अरविंद कुमार की मौत हो गई।

सुमित के अनुसार मामा की मौत के बाद जब उसने शुक्रवार को पुरुष स्टाफ से अपने पैसे मांगे तो वह झगड़ने लगा और गाली गलौज करने लगा, जिसके बाद उसने इमरजेंसी में जाकर डॉक्टर की शिकायत की।

लाई गई दवाइयों को चोरी करके बेचता है

मेल वार्ड में ही भर्ती मरीज के परिजन ने आरोप लगाया कि उक्त मेल स्टाफ अस्पताल में मरीजों की दवाइयों को भी चोरी करके बेचता है। गोबिंद नगर 33 फुटा रोड के रहने वाले अशोक कुमार के पिता ज्ञान चंद ने बताया कि उनके बेटे को दौरे पड़ने के कारण 13 तारीख को सिविल अस्पताल के पुरुष वार्ड में भर्ती किया गया। वह अधिक उम्र्र होने की वजह से ज्यादा चल फिर नहीं पाते, जिसका उक्त पुरुष स्टाफ ने फायदा उठाया। ज्ञान चंद ने बताया कि उक्त पुरुष स्टाफ ने बिना डॉक्टर के कहे उन्हें कुछ दवाइया लिखवा दी और खुद उनकी पत्नी के साथ जाकर 900 रुपये की दवा व इंजेक्शन अस्पताल के बाहर बनी दवाइयों की दुकान से लेकर आया। ज्ञान चंद के अनुसार उक्त दवाइयों में से पुरुष स्टाफ ने केवल इंजेक्शन उनके बेटे को लगाया, जबकि बाकी के चार इंजेक्शन दवाइयो की दुकान पर वापस कर दी।

डॉक्टर भी कर चुकी है शिकायतें, नहीं हुई कार्रवाई

मरीजों के साथ-साथ अस्पताल की एक महिला डॉक्टर भी उक्त मेल स्टाफ के खिलाफ कई बार शिकायत कर चुकी हैं, लेकिन तब भी कार्रवाई नहीं हुई। महिला डॉक्टर के अनुसार वार्ड में भर्ती दूसरे मरीजों के तीमारदारों ने भी उक्त पुरुष स्टाफ द्वारा पैसे मांगे जाने संबंधी कई शिकायतें की हैं, जिसके बारे में एसएमओ को बताया गया है। एसएमओ बोलीं, जांच के बाद होगी कार्रवाई

एसएमओ डॉ. गीता ने बताया कि मरीजों के परिजनों के साथ साथ वार्ड की नर्सिग सिस्टर व डॉक्टर की तरफ से भी उन्हें उक्त मेल स्टाफ नर्स के खिलाफ शिकायत मिली है। जांच के लिए डॉ. हरीश, डॉ. अमन व नर्सिग सिस्टर को कहा गया है। जांच के बाद उक्त स्टाफ नर्स की छुट्टी की जाएगी।

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