इस ऑफ‍िस में नहीं मिलते साहब, न्याय के लिए रोज चक्कर काट रहे लोग

लुधियाना के लोगों को न्याय के लिए लेबर ऑफ‍िस के बार-बार चक्कर काटने पड़ रहे हैं। यहां न तो बड़े अधिकारी मिलते हैं और ही कर्मचारी लोगों की समस्या को सुनते हैं।

By Sat PaulEdited By: Publish:Wed, 21 Nov 2018 01:27 PM (IST) Updated:Wed, 21 Nov 2018 01:27 PM (IST)
इस ऑफ‍िस में नहीं मिलते साहब, न्याय के लिए रोज चक्कर काट रहे लोग
इस ऑफ‍िस में नहीं मिलते साहब, न्याय के लिए रोज चक्कर काट रहे लोग

लुधियाना, जेएनएन। महानगर में लाखों की तादात में श्रमिक श्रमदान कर रहे है। इस दौरान मालिक और श्रमिकों में नोक-झोंक होते रहती है। कई मामले गिल रोड स्थित लेबर कार्यालय में पहुंचते हैं, लेकिन यहां अफसर नहीं होने से श्रमिक चक्कर काट-काट कर थक जाते हैं, और उन्हें न्याय नहीं मिल पाती है। सरकार लेबर कार्यालय को दुरुस्त करवाए, ताकि मालिक और श्रमिक के बीच का रिश्ता खराब होने से बच सके। गिल रोड स्थित लेबर दफ्तर में श्रमिकों को न्याय दिलाने की बात तो होती है लेकिन व्यवस्था गड़बड़ होने से लोग निराश हो कर लेबर न्याय पद्धति को ही गलत बताते हैं।

श्रमिक दिनेश कुमार, वृजेश कुमार, संदीप, मंगा राम ने बताया कि यहां ना तो कमिश्नर मिल रहा है ना ही इंस्पेक्टर। यहां उपस्थित कर्मचारियों से पूछे जाने पर वे सीधे तौर पर नहीं मालूम का जबाव दे रहे हैं। दिनेश ने बताया कि उसे सुंदर नगर के एक होजरी मालिक से 21234 रूपये लेने हैं, जो नहीं दे रहे हैं। लेबर दफ्तर में शिकायत तक दर्ज करवाने का ठिकाना नहीं है तो श्रमिक कहां जाएं। लेबर दफ्तर में मौजूद कर्मचारी कहते है जिस इंस्पेक्टर की डयूटी है वही शिकायत लेंगे। जबकि यहां इंस्पेक्टर कमिश्नर मिलते ही नहीं है।

उन्होंने सरकार से मांग की है कि लेबर दफ्तर की व्यवस्था में जल्द सुधार किया जाए, ताकि श्रमिकों को न्याय मिल सके। इस संबंध में सहायक लेबर कमिश्नर एसएस रंधावा का कहना है कि वे लोग न्याय दिलवाने के लिए हमेशा प्रयासरत रहते है। किसी मामले में समय लग जाता है, लेकिन यहां के इंस्पेक्टर हर मामले में कार्रवाई में जुटे रहते हैं।

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