एससी उत्पीड़न के दो और आरोपों में घिरी खन्ना पुलिस
पुलिस इन दिनों नए-नए झमेलों में फंसती नजर आ रही है। मलौद अनाज मंडी में धरने पर बैठे एससी समाज के लोगों पर कांग्रेसियों के हमले में राष्ट्रीय एससी आयोग पहले ही नोटिस जारी कर जवाब तलबी कर चुका है। उस पर अब दो और एससी उत्पीड़न के मामलों में खन्ना पुलिस घिरी दिखाई दे रही है।
जागरण संवाददाता, खन्ना : पुलिस इन दिनों नए-नए झमेलों में फंसती नजर आ रही है। मलौद अनाज मंडी में धरने पर बैठे एससी समाज के लोगों पर कांग्रेसियों के हमले में राष्ट्रीय एससी आयोग पहले ही नोटिस जारी कर जवाब तलबी कर चुका है। उस पर अब दो और एससी उत्पीड़न के मामलों में खन्ना पुलिस घिरी दिखाई दे रही है।
इसमें एक मामले में एससी परिवार पर झूठी एफआइआर दर्ज करने के आरोप हैं तो दूसरे मामले में नाबालिग लड़की को भगाने के आरोपित युवक की मां से थाने में मारपीट करने के आरोप हैं। दोनों ही मामले खन्ना के सिटी 2 थाना से संबंधित हैं और एसएचओ आकाश दत्त दोनों मामलों में सवालों के घेरे में हैं। दोनों ही मामलों को भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अनुज छाहड़िया ने मंगलवार को मीडिया के सामने रखा। सियासी रंजिश में एससी परिवार के खिलाफ एफआइआर का आरोप
खन्ना के वार्ड 18 स्थित करतार नगर के निवासी बलजीत सिंह रुपी ने बताया कि वह एससी समाज से संबंध रखते हैं। कुछ दिन पहले अपनी दुकान के सामने अपने भाई व सहायक के साथ बैठे थे। बाइक पर अपने बेटे के साथ निकल रहे निर्मल सिंह के पीछे गली के कुत्ते दौड़े तो उन्होंने उसे ईंट मारनी चाही जो कुत्ते के ना लगकर उनके सहायक को लगी। उन्होंने निर्मल सिंह को कुत्ते को ईंट मारने से रोकते हुए समझाया। इस दौरान निर्मल सिंह ने रुपी पर बेटों के साथ मिलकर हमला कर दिया। उनके घर में घुसकर भी ईंट फेंकी जो शीशे पर लगी। आरोपितों पर कार्रवाई न कर पुलिस ने उन एफआइआर दर्ज कर दी। यह सियासी रंजिशन किया गया। उन्होंने मामले की दोबारा जांच की मांग की तो वह भी एसएचओ आकाश दत्त को सौंप दी गई, जिन्होंने पहले उनके खिलाफ केस दर्ज किया था। उन्होंने अनुज छाहड़िया से मुलाकात की तो उन्होंने इस संबंध में एससी आयोग के पास शिकायत करवाई। अब एससी आयोग ने डीसी और एसएसपी को नोटिस जारी कर दिए हैं। इस अवसर पर गुरदीप सिंह बाठ और राजू भी मौजूद रहे। आरोप : थाने में महिला के सिर में मारी जूतियां, दी गालियां
दूसरा मामला भी खन्ना के सिटी 2 का ही है। यहां के न्यू माडल टाऊन की एक नाबालिग को गांव खटड़ा का एक युवक ले भागा। युवक के खिलाफ एपआइआर दर्ज कर दी गई। युवक और लड़की को तलाशने में जब पुलिस नाकाम रही तो युवक की मां किरणजीत कौर को थाने ले आई। आरोप है कि पुलिस ने वहां किरणजीत कौर के सिर पर जूतियां मारी। उसे गालियां देने के साथ धमकियां दी गई। बेहोश होकर गिरने के बाद अब किरणजीत कौर सिविल अस्पताल खन्ना में दाखिल है। छाहड़िया ने मंगलवार को महिला व उनके परिवार के साथ मुलाकात की। आरोप है कि पुलिस ने अस्पताल जाकर भी महिला और परिवार को धमकाया। इस संबंधी महिला और उसके पति के बयान की एक वीडियो भी छाहड़िया ने जारी की है। उसमें महिला ने बताया कि पुलिस ने उनके बेटे को दुष्कर्म के आरोप में 20 साल जेल भेजने की धमकियां भी दीं। छाहड़िया ने कहा कि पंजाब में राजा का शासन है और दलितों को राजाओं जैसी यातनाएं ही दी गई हैं। आरोप झूठे, दबाव बनाने की कोशिश : एसएचओ
सिटी 2 थाना के एसएचओ आकाश दत्त ने कहा कि दोनों ही मामलों में उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए गए हैं। बलजीत सिंह रूपी के मामले में जो सिविल अस्पताल से एमएलआर आई, उसके आधार पर ही केस दर्ज किया गया है। इसमें कोई सियासी दबाव नहीं है। किरणजीत कौर के बेटे के खिलाफ नाबालिग को भगाने के आरोप में केस दर्ज है। अब वे लोग पुलिस पर दबाव बनाने के लिए इस तरह के आरोप लगा रहे हैं।