मुनाफे में लिफ्टिंग ठेकेदार, आढ़तियों की लूट और सरकार को चूना

एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी में अब लिफ्टिग की समस्या बहुत ही गंभीर रूप धारण कर चुकी है। लिफ्टिग की बहुत ही धीमी गति के चलते आढ़ती सरकार के खिलाफ अंदर ही अंदर सुलग रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 06:04 AM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 06:04 AM (IST)
मुनाफे में लिफ्टिंग ठेकेदार, आढ़तियों की लूट और सरकार को चूना
मुनाफे में लिफ्टिंग ठेकेदार, आढ़तियों की लूट और सरकार को चूना

सचिन आनंद, खन्ना : एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी में अब लिफ्टिग की समस्या बहुत ही गंभीर रूप धारण कर चुकी है। लिफ्टिग की बहुत ही धीमी गति के चलते आढ़ती सरकार के खिलाफ अंदर ही अंदर सुलग रहे हैं। करीब 11 लाख बोरी गेहूं बिकने के बावजूद मंडी में रखा हुआ है। इस सारी गेम में लिफ्टिग ठेकेदार तो मुनाफे में है, लेकिन आढ़तियों की लूट हो रही है। इसके साथ ही सरकार को भी चूना लग रहा है।

हैरानी की बात यह है कि जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक (डीएफएससी) हरवीन कौर की हिदायत के बाद भी ठेकेदारों पर कोई असर नहीं है। हालात रोज बद से बदतर होते जा रहे हैं। मंडी में बोरियों के अंबार लगे हैं। मौसम की खराबी के डर के चलते बोरियों को तिरपालों से ढका जा रहा है। बावजूद इसके ठेकेदार लिफ्टिग नहीं करा रहा।

आंकड़ों के अनुसार अनाज मंडी खन्ना और सहायक मंडियों में से ़खरीद एजेंसियां और निजी व्यापारियों की तरफ से 14,62,484 बोरी गेहूं की खरीद हो चुकी है। इसमें से 3,70,640 बोरियों की लिफ्टिंग हुई है और 10,91,844 बोरियां मंडी में पड़ी हैं। इनकी संभाल की जिम्मेदारी भी आढ़तियों की है। फड़ खाली कराने और मजदूरी के तौर पर आढ़तियों को पांच रुपये प्रति बोरी अलग से अदा करने पड़ रहे हैं।

आढ़तियों में भारी नाराजगी

इस बार लिफ्टिंग के मामले में जहां आढ़तियों की लूट हो रही है, वहीं सरकार को भी मोटा चूना लग रहा है। बताते हैं कि ठेकेदार अपने राजनीतिक आकाओं के साथ मिलकर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। आढ़ती यादविदर सिंह लिबड़ा, यादविदर सिंह यादू, मनजोत सिंह मोनू, भूपिन्दर सिंह अलोड़, जसवंत सिंह अलीपुर, रणजीत सिंह गोह, राज गर्ग, कृष्ण मुरारी, गोपाल गोयल, हरविदर तिवारी, गुरतेज सिंह पूरबा, जगदीश सिंह सेखों, तेजिन्दर सिंह पूरबा, पवनजोत सिंह, नवदीप सिंह नोनी ने कहा कि सरकार की तरफ से ठेकेदार को लगभग छह रुपये प्रति बोरी अदायगी की जानी है। गाड़ियों की कमी के चलते ठेकेदार ने आढ़तियों से कहा कि वे निजी तौर पर गाड़ियां लगवाकर माल एजेंसियों के गोदामों में भेज दें। आढ़तियों को ठेकेदार प्रति बोरी 2.40 रुपये दे रहा है। इस तरह से वह बैठे-बैठे 3.60 रुपये प्रति बोरी कमाएगा। उधर, आढ़तियों को 5 से 7 रुपये प्रति बोरी गाड़ी वाले को देने पड़ रहे हैं। इस तरह आढ़तियों की लूट की जा रही है और सरकार को भी चूना लग रहा है। बताने योग्य है कि गेहूं के पिछले सीजन में कुल 21 लाख बोरी ़खरीद की गई थी। इस बार भी 21 लाख के लगभग बोरी आने की उम्मीद है। इससे अंदा•ा लगाया जा सकता है कि ठेकेदार को बैठे बिठाए कितनी आमदनी हो रही है।

लिबड़ा ने कैप्टन को दिया था सुझाव

आढ़ती यादविंदर सिंह लिबड़ा सचिव फेडरेशन आफ आढ़ती एसोसिएशन पंजाब ने बताया कि मुख्यमंत्री के साथ आढ़तियों की एक बैठक दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह को सुझाव दिया था कि जिस तरह आढ़तियों को लोडिग का काम देने से काम आसान हुआ है। अगर अनलोडिग का काम भी आढ़तियों को दे दिया जाए तो कोई समस्या नहीं आएगी। इससे लूट भी बंद हो जाएगी। सरकार की आर्थिक बचत भी होगी और म•ादूरों को आढ़तियों से म•ादूरी भी आसानी से मिल जाएगी।

जांच के बाद होगी कार्रवाई : हरवीन कौर

डीएफएससी हरवीन कौर ने कहा कि मंडी में लिफ्टिग का काम ते•ाी के साथ चल रहा है पर काम बारिश के कारण रुकावट आ रही है। खन्ना मंडी के दौरे के दौरान आढतियों और ठेकदारों के साथ बैठक की गई थी। उस समय किसी आढ़ती ने गाड़ियों के लिए पैसे देने का मुद्दा नहीं उठाया। अगर ऐसी कोई बात है तो वे स्टाफ से इस की जांच करवाएंगे। अगर बात सही हुई तो ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

ट्रांसपोर्टरों से बात की, आढतियों से नहीं : मदन

ठेकेदार मदन ने कहा कि बुधवार को भी 1.13 लाख बोरी उठाई गई है। उनकी तरफ से किसी आढ़तियो से माल उठाने के लिए 2.40 पैसो का कोई सौदा नहीं किया गया। ट्रांसपोर्टरों के साथ तय किया गया है कि न•ादीक का माल का 2.40 रुपये और दूर के माल का 3.60 रुपये देंगे। आढ़ती अपनी मर्•ाी से किसी गाड़ी वाले को पैसे देते हैं, वे इस बारे कोई जिम्मेदारी नहीं है।

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