आम आदमी के लिए कोरोना जुर्माने, नेताओं को दे रहे राहत : छाहड़िया
कोरोना के चलते हर आम आदमी की कमर टूटी हुई है। एक ओर कारोबार बंद हैं दूसरी और जनता अपनी बीमारियों से भी तंग हैं।
जागरण संवाददाता, खन्ना : कोरोना के चलते हर आम आदमी की कमर टूटी हुई है। एक ओर कारोबार बंद हैं दूसरी और जनता अपनी बीमारियों से भी तंग हैं। इस बीच पुलिस की एक ही कानून के लिए दो तरह की कार्रवाई है। सभी पर्चे व चालान रेहड़ी फड़ी वालों पर, आम व मध्यम वर्ग पर हो रहे हैं। जबकि सत्तारूढ़ दल के बड़े नेताओं को खुलेआम राहत दी जा रही है। भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अनुज छाहड़िया ने मंगलवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में यह बात कही।
छाहड़िया ने कहा कि मंगलवार को डिपल नाम का युवक पैरों में सोजिश के चलते डाक्टर के पास चेकअप करवा कर आ रहा था। पुलिस उसे व उसके साथ गए युवक को थाने ले गई और एक हजार का चालान काटने का आदेश दे दिया। छाहड़िया के अनुसार इस पर मरीज द्वारा संपर्क करने पर उन्होंने पुलिस से बात की, लेकिन फिर भी चालान काट दिया गया। मरीज द्वारा छाहड़िया को सारी जानकारी देने पर उच्चाधिकारी से उन्होंने बात की। छाहड़िया ने कहा कि सोमवार को खन्ना नगर कौंसिल प्रधान की ताजपोशी के दौरान जमा भीड़ पर पुलिस को कानून याद नहीं आया, जबकि गरीब लोगों पर पुलिस का डंडा चल रहा है। वे मानवाधिकार आयोग व हाई कोर्ट की शरण लेंगे। उनके साथ रविदर रवि, डिपल दुग्गल भी थे।