दो दावेदारों की लड़ाई में तीसरा विकल्प बनकर निकले लद्दड़
कमलजीत सिंह लद्दड़ अब खन्ना नगर कौंसिल के नए प्रधान हैं। वे खन्ना नगर कौंसिल के 21वें प्रधान बने हैं।
सचिन आनंद, खन्ना : कमलजीत सिंह लद्दड़ अब खन्ना नगर कौंसिल के नए प्रधान हैं। वे खन्ना नगर कौंसिल के 21वें प्रधान बने हैं। खन्ना नगर कौंसिल की प्रधानगी की सीट एससी रिजर्व होने के बाद से ही पार्टी के भीतर चल रहे मंथन में से 45 साल के लद्दड़ के नाम का निकल कर आना एक सियासी कहानी है। प्रधानगी के दो मजबूत दावेदारों की आपसी खींचातानी में से लद्दड़ एक गैर विवादित विकल्प बन कर सामने आए। इसी समीकरण ने उन्हें प्रधान पद पर पहुंचा दिया।
सूत्रों की माने तो कुछ दिन तक लद्दड़ कहीं भी प्रधान पद की दौड़ में नहीं थे। प्रधान पद के लिए दूसरी बार जीते रविदर सिंह बब्बू और युवा कांग्रेस के नेता हरदीप सिंह नीनू का नाम शुरू से ही चर्चा में था। बताते हैं कि खन्ना में कांग्रेस के दो बड़े गुट इन दोनों उम्मीदवारों के समर्थन में थे। इनकी बढ़ती खींचतान ने लद्दड़ के नाम पर मुहर लगवा दी। इस तरह से दोनों बड़े दावेदारों को प्रधानगी से हाथ धोना पड़ गया।
लद्दड़ पूर्व मंत्री मलकीत सिंह दाखा के भतीजे हैं। इसके अलावा खन्ना ब्लाक कांग्रेस प्रधान जतिदर पाठक के वे बेहद नजदीकी हैं। अगर खन्ना नगर कौंसिल की प्रधानगी जनरल होती तो पाठक इसके मजबूत दावेदार थे। लिहाजा पार्टी ने पाठक के हुए नुकसान का एक तरह से डैमेज कंट्रोल करते हुए उनके नजदीकी लद्दड़ को प्रधानगी दे दी और साथ ही पाठक को उप प्रधान बना दिया।
पाठक ने माथा टेक कर संभाली कुर्सी
कार्यकारी प्रधानगी की कुर्सी संभालने से पहले उपप्रधान जतिदर पाठक ने कुर्सी को माथा टेका। उन्होंने कहा कि वे भगवान से प्रार्थना करते हैं कि इस कुर्सी का सम्मान वे बनाए रखें और खन्ना शहर का सर्वपक्षीय विकास करें। उन्होंने खन्ना के विधायक गुरकीरत सिंह कोटली, आब्जर्वर और लुधियाना पूर्व से विधायक संजय तलवाड़ के साथ पार्टी नेताओं और पार्षदों का आभार प्रकट किया। लद्दड़ ने भी सबका आभार व्यक्त करते हुए कहा कि खन्ना शहर का बिना पक्षपात के विकास होगा। लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने की वे कोशिश करेंगें।