भगवान वाल्मीकि कम्युनिटी भवन का निर्माण कार्य शुरू
भगवान वाल्मीकि कम्यूनिटी भवन का निर्माण कार्य शुरू हो गया। सांसद शमशेर सिंह दूलो ने कुछ समय पहले सांसद निधि से 30 लाख रुपये की ग्रांट जारी की थी।
जागरण संवाददाता, खन्ना : भगवान वाल्मीकि कम्यूनिटी भवन के निर्माण कार्य का वीरवार को शुभारंभ हो गया। सांसद शमशेर सिंह दूलो ने भवन के निर्माण के लिए कुछ समय पहले अपनी सांसद निधि से 30 लाख रुपये की ग्रांट जारी की थी। लाकडाउन के कारण निर्माण का काम शुरू नहीं हो पाया था। वीरवार को खन्ना नगर कौंसिल ने प्रबंधक कमेटी के सदस्यों की मौजूदगी में काम शुरू किया। इस दौरान कमेटी सदस्यों ने सांसद दूलो का आभार भी व्यक्त किया।
मंदिर प्रबंधक कमेटी के प्रधान बलराम बालू ने कहा कि यह स्थान काफी समय से खाली पड़ा था। ग्रांट आने से भवन का निर्माण शुरू किया है। इससे इलाके के लोगों को किसी भी कार्यक्रम के आयोजन में काफी सुविधा होगी। सांसद दूलो ने भवन के पूरी तरह बनने तक मदद करने का वादा किया है। इसके लिए समाज उनका आभारी है। इस अवसर पर राम शरण सहोता, तरसेम पंडित, गरीब दास, राकेश कुमार बालू, हरबंस लाल, धर्मपाल घई, सोहन अचवाल, शेखर बग्गन, रमेश चौहान, रिक्की बालू, सुशील सहोता, विनोद काला, गोपाल कृष्ण, बीरबल सहोता, महेश बग्गन, बिल्लू, मनी, राहुल बालू भी मौजूद रहे।
कौंसिल के छप्पड़ पर कब्जे की कोशिश नाकाम
इधर, जगराओं के अड्डा रायकोट के पास कोठे पोना के रास्ते में नगर कौंसिल के बड़े छप्पड़ पर एक व्यक्ति कब्जा करने की फिराक में था। इसकी सूचना नगर कौंसिल को मिलते ही अधिकारी और कुछ पूर्व पार्षद मौके पर पहुंचे और वहां चल रहा काम बंद करवाया। दरअसल, कौंसिल के छप्पड़ों में अब सिर्फ यही बचा है। लगभग आधा छप्पर तो पहले ही ईट की रोड़ी बनाने वालों ने कब्जा कर लिया है और बाकी बचे हिस्से पर एक व्यक्ति वीरवार को कब्जे की नीयत से निर्माण करवा रहा था। अधिकारियों ने फिलहाल काम बंद करवा दिया है।
पहले थे आठ छप्पड़, अब सिर्फ एक
पुरातन समय से शहर के बरसाती पानी की संभाल के लिए शहर के चारों तरफ आठ बड़े छप्पड़ थे। राजनीतिज्ञों और अधिकारियों की मिलीभगत से इन छप्पड़ों पर लोगों ने कब्जे कर लिया। अब इन पर रिहायशी व कामर्शियल निर्माण कर लिए गए हैं। यही वजह है कि थोड़ी सी बरसात पर ही शहर छप्पड़ का रूप ले लेता है। अब नगर कौंसिल के छप्पड़ों में से मात्र कोठे पोना के रास्ते पर एक छप्पड बचा है। इस पर भी लगातार कब्जे की कोशिश जारी है।