खराब मौसम से किसान चिंतित, बूंदाबांदी ने डराया
अचानक मौसम खराब होने से किसानों के माथे पर चिता की लकीरें खिंच गई हैं। इसी बीच हल्की बूंदाबांदी से ही मंडी में भगदड़ का माहौल बन गया। किसान और मजदूर फसल की ढेरियों को ढकने के लिए तिरपाल लेकर भागते दिखे।
सचिन आनंद, खन्ना : अचानक मौसम खराब होने से किसानों के माथे पर चिता की लकीरें खिंच गई हैं। इसी बीच हल्की बूंदाबांदी से ही मंडी में भगदड़ का माहौल बन गया। किसान और मजदूर फसल की ढेरियों को ढकने के लिए तिरपाल लेकर भागते दिखे। हालांकि बारिश ज्यादा नहीं हुई और फसल का नुकसान भी नहीं हुआ, लेकिन किसानों के मन में डर बना हुआ है।
एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी खन्ना में सहयोगियों मंडियों समेत अब तक 6,06,350 क्विंटल धान की आमद हुई है। इसमें से 5,26,064 क्विंटल धान की लिफ्टिंग हो चुकी है और 80,286 क्विंटल धान अभी मंडियों में ही है। 850 क्विंटल धान अभी खरीद के इंतजार में है।
किसान सुखबीर सिंह संधू हरबंसपुरा, गुरमुख सिंह मेहन्दीपुर, अवतार सिंह हैप्पी अलोड़, पिशोर सिंह हरबंसपुरा, हरिंदर सिंह दहेड़ू, हरप्रीत सिंह भोला प्रधान कृषि सभा दहेड़ू, मनजिंदर सिंह भुमद्दी ने कहा कि बेमौसम बारिश हुई तो उन्हें काफी नुकसान होगा।
अनाज मंडी खन्ना की आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान हरबंस सिंह रोशा और महासचिव यादविंदर सिंह लिबड़ा ने कहा कि ये मौसम किसानों और आढ़तियों के लिए डर वाला माहौल बना रहा है। हालांकि अनाज मंडी में पहुंची फसल की संभाल के लिए हर तरह के प्रबंध हैं। धान को तिरपालों से ढक दिया गया है।