18 दिन बाद शिअद से वापस भाजपा में लौटे रिची

करीब 18 दिन पहले भाजपा को किसानों की दुश्मन बता कर शिरोमणि अकाली दल में शामिल होने वाले भाजपा के पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य हरसिमरनजीत सिंह रिची आखिर शुक्रवार को वापस भाजपा में लौट आए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 12 Nov 2021 08:51 PM (IST) Updated:Fri, 12 Nov 2021 08:51 PM (IST)
18 दिन बाद शिअद से वापस भाजपा में लौटे रिची
18 दिन बाद शिअद से वापस भाजपा में लौटे रिची

जागरण संवाददाता, खन्ना : करीब 18 दिन पहले भाजपा को किसानों की दुश्मन बता कर शिरोमणि अकाली दल में शामिल होने वाले भाजपा के पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य हरसिमरनजीत सिंह रिची आखिर शुक्रवार को वापस भाजपा में लौट आए। उन्हें प्रदेश प्रधान अश्वनी शर्मा ने पार्टी में शामिल करवाया। रिची ने वापिस लौटते ही भाजपा को ही पंजाब के लिए एकमात्र विकल्प बता दिया। रिची को उनके पुराने पदों पर भी पार्टी ने बहाल कर दिया है। इस दौरान रिची के साथ गए और उन्हें शामिल कराने में अहम भूमिका निभाने वाले भाजपा के नेताओं ने भी रिची की तारीफ में कसीदे पढ़े।

भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अनुज छाहड़िया ने कहा कि रिची पार्टी के वफादार सिपाही रहे हैं। उन्होंने खन्ना के सभी वार्डस में युवा भाजपा के यूनिट खड़े करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। पूर्व पार्षद व ओबीसी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष सुधीर सोनू ने कहा कि इसके बाद भी रिची ने हमेशा ही पार्टी की नीतियों के प्रचार में कसर नहीं छोड़ी। युवा मोर्चा के प्रदेश सदस्य अमित भाटिया ने कहा कि रिची की वापसी से सभी को खुशी है क्योंकि वे मेहनती वर्कर हैं।

रिची ने कहा कि वे पार्टी से कभी नाराज नही थे, सिर्फ कुछ लोगों से ही गिला था। इसे अध्यक्ष के समक्ष रख कर अब सबकुछ क्लीयर हो गया है। इस अवसर पर रविदर कुमार रवि, लिलिब नन्दा, सुखविदर सिंह, पवन सद्दी, दीपक वर्मा, गुरदीप सिंह बाठ, हरिदर सिंह भी हाजिर थे।

चन्नी को टिकट नहीं मिलने से हुई घर वापसी

सूत्रों के अनुसार रिची शिअद नेता व खन्ना नगर कौंसिल के पूर्व प्रधान इकबाल सिंह चन्नी के नजदीकी हैं। चन्नी ने ही उन्हें सुखबीर बादल से मिलवा कर पार्टी में 24 अक्तूबर को शामिल कराया था। उसके कुछ दिन बाद ही शिअद ने खन्ना विधानसभा से अकाली नेता यादविदर सिंह यादू की पत्नी जसदीप कौर यादू को टिकट दे दी। बताते हैं कि चन्नी को टिकट नहीं मिलने से रिची शिअद में अकेले पड़ गए तो उन्होंने घर वापसी का फैसला किया।

भाजपा में हो सकता है विरोध

भाजपा सूत्रों के अनुसार पार्टी की स्थानीय इकाई रिची को वापस पार्टी में लेने के सख्त खिलाफ थी। इसके लिए काफी दिनों से कश्मकश पार्टी के भीतर ही चल रही थी। लेकिन, रिची को सीधे पार्टी प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा द्वारा शामिल कराने से स्थानीय इकाई नाराज बताई जाती है। इसका नतीजा अगले दिनों में पार्टी को देखने को मिल सकता है। भाजपा के भीतर के इस कलह से आने वाले विधानसभा चुनाव की उसकी तैयारियों पर भी असर पड़ सकता है।

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