प्रधानमंत्री मोदी को लुधियाना उद्योग जगत का ट्वीट, स्टील दामों को करें नियंत्रित

यूनाइटेड साइकिल एवं पार्ट्स मैन्यूफेक्चरर एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री को एक ट्वीट कर समस्या के समाधान की मांग की है। एसोसिएशन के प्रधान डीएस चावला ने ट्वीट में कहा कि है स्टील के दाम अनियंत्रित हो रहे हैं। इसके लिए सरकार को हस्ताक्षेप करने की जरूरत है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 10:52 AM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 10:52 AM (IST)
प्रधानमंत्री मोदी को लुधियाना उद्योग जगत का ट्वीट, स्टील दामों को करें नियंत्रित
स्टील के दाम बढ़ने से लुधियाना की इंडस्ट्री मुश्किल में है। फाइल फोटो

लुधियाना, जेएनएन। स्टील के दामों में लगातार बढ़ रही सट्टेबाजी और एक्सपोर्ट पर कंपनियों के फोकस से अब इसका असर भारतीय मैन्यूफेक्चरिंग सेक्टर पर दिखने लगा है। स्टील के दामों में पिछले 15 दिनों में 4 रुपये प्रति किलो तक की बढ़ोतरी से इंडस्ट्री आर्डर लेने के लिए पसोपेश में है। इसको लेकर साइकिल हब के प्रमुख संगठन यूनाइटेड साइकिल एवं पार्ट्स मैन्यूफेक्चरर एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री को एक ट्वीट कर समस्या के समाधान की मांग की है। एसोसिएशन के प्रधान डीएस चावला ने ट्वीट में कहा कि है स्टील के दाम अनियंत्रित हो रहे हैं। इसके लिए सरकार को हस्ताक्षेप करने की जरूरत है। इससे साइकिल इंडस्ट्री को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

सरकार को चाहिए कि स्टील निर्माण के प्रमुख रॉ मटीरियल आयरन ओर की एक्सपोर्ट को बंद करना चाहिए। 18 किलो के साइकिल में 15 किलो स्टील का इस्तेमाल किया जाता है इसके साथ ही अन्य उत्पादों में भी स्टील शामिल रहता है। ऐसे में एक साइकिल की कीमत में 100 रुपए तक का इजाफा हो गया है।

स्टील सही दामों में मुहैया करवाए सरकार

इससे पूर्व भी लगातार स्टील के दामों में इजाफे का दौर जारी है। इसका मुख्य कारण स्टील निर्माता कंपनियों की ओर से एक्सपोर्ट पर फोकस करना है। सरकार को चाहिए कि स्टील सही दामों में मुहैया करवाए, क्योंकि यह सारी इंडस्ट्री का रा मैटीरियल है। अगर यह महंगा हुआ, तो महंगाई चरम पर आ जाएगी। इसकी एक्सपोर्ट को आने वाले एक साल तक रोका जाए। ताकि घरेलू बाजार की मांग को पूरा करते हुए फिनिशिड गुड्स तैयार किए जा सकें।

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