प्रदर्शन कर रहे NGO पदाधिकारियों से उलझे लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन, NGT को अपशब्द कहने का आराेप

एनजीओ के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि चेयरमैन रमन ने उन्हें कहा कि यह सार्वजनिक स्थान नहीं है। सुरक्षा कर्मी को जगह खाली कराने के लिए भी कहा। संगठनों के पदाधिकारियों ने भी पीसीआर को काॅल कर दी।

By Vipin KumarEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 08:36 AM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 08:36 AM (IST)
प्रदर्शन कर रहे NGO पदाधिकारियों से उलझे लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन, NGT को अपशब्द कहने का आराेप
NGO पदाधिकारियों ने इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के मुख्य दफ्तर के सामने प्रदर्शन किया। (जागरण)

लुधियाना, जेएनएन। स्वयंसेवी संगठन वेक अप लुधियाना, काउंसिल आफ इंजीनियर्स और नरोआ मंच ने मंगलवार को इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के मुख्य दफ्तर के सामने प्रदर्शन किया। वह शहर में पेड़ों के आसपास तय दायरे में इंटरलाॅकिंग टाइलें नहीं लगाने का विरोध कर रहे थे। उन्होंने इसे नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के आदेशों का उल्लंघन बताया। इसी बीच इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन रमन बालासुब्रामण्यम वहां पहुंच गए। उन्होंने एनजीटी के खिलाफ अपशब्द कहे और खिल्ली भी उड़ाई।

एनजीओ के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि चेयरमैन ने उन्हें कहा कि यह सार्वजनिक स्थान नहीं है। सुरक्षा कर्मी को जगह खाली कराने के लिए भी कहा। संगठनों के पदाधिकारियों ने भी पीसीआर को काॅल कर दी। उन्होंने चेयरमैन के इस रवैये पर आपत्ति जताई। इंटरनेट मीडिया पर भी पर्यावरण प्रेमियों ने ट्रस्ट के चेयरमैन के व्यवहार पर हैरानी जताई। काउंसिल आफ इंजीनियर्स के कपिल अरोड़ा व कुलवंत सिंह राय ने कहा कि अगर एक हफ्ते में इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ने एनजीटी के आदेशों का पालन नहीं किया तो उन्हें नोटिस भेजा जाएगा।

उधर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन रमन बालासुब्रामणयम का कहना है कि उन्होंने कोई अपशब्द नहीं कहे। एनजीटी के आदेश को लागू किया जाएगा। अब जहां नया काम हो रहा है वहां पेड़ों के आसपास जगह छोड़ी जा रही है। ट्रस्ट ने एनजीओ से यह भी कहा था कि वह अपना एक सदस्य काम वाले स्थान पर उपलब्ध करवाएं। उन्होंने ऐसा नहीं किया। जहां पहले काम हो चुका है वहां के लिए योजना तैयार की जा रही है।

नरोआ मंच के जसकीरत सिंह व कुलदीप सिंह खैरा ने कहा कि इंटरलाॅकिंग टाइलों से कवर करने पर आक्सीजन और पानी लेने में पौधों को दिक्कत आती है। एनजीटी के आदेशों को लागू कराने के लिए वह संघर्षरत हैं। वेक अप इंडिया की प्रधान हरप्रीत सोईं और अपिंदर सोढी ने 15 मार्च को इंप्रूवमेंट ट्रस्ट को एनजीटी के आदेश की कापी सौंपी थी। इसके बावजूद पेड़ों के आसपास इंटरलाॅकिंग टाइलें लगाई जा रही हैं।

chat bot
आपका साथी