लुधियाना में GTU ने कहा, कोरोना संक्रमित अध्यापकों की मेडिकल छुट्टी का फैसला वापस लिया जाए
गवर्मनेंट टीचर्स यूनियन ने वीरवार शिक्षा विभाग के नए जारी फरमान का विरोध किया। वे कोरोना संक्रमित होने पर शिक्षक को मेडिकल लीव देने का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि पहले 17 दिन का विशेष क्वारंटाइन अवकाश देने की व्यवस्था की गई थी विभाग उसे लागू करे।
लुधियाना, जेएनएन। एक तरफ जहां कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है, वहीं अध्यापक वर्ग इससे अछूता नहीं रहा है। कई स्कूलों के अध्यापक कोरोना संक्रमित हो चुके हैं, यहां तक कि अपनी जान भी गंवा चुके हैं। गवर्मनेंट टीचर्स यूनियन ने वीरवार शिक्षा विभाग के नए जारी फरमान का विरोध किया। वे कोरोना संक्रमित होने पर शिक्षक को मेडिकल लीव देने का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि पहले 17 दिन का विशेष क्वारंटाइन अवकाश देने की व्यवस्था की गई थी, विभाग इसे ही लागू करे।
गवर्नमेंट टीचर्स यूनियन के पंजाब प्रधान सुरिंदर कुमार, सरपरस्त चरण सिंह सराभा ने कहा कि पहले पंजाब के मुख्य सचिव ने कोरोना संक्रमित मुलाजिमों के लिए 17 दिन की विशेष क्वारंटाइन छुट्टी की व्यवस्था की थी लेकिन डीपीआई पंजाब की कोआर्डिनेशन सेल ने इन निर्देशों के विरुद्ध स्पष्टीकरण देते कहा है कि कोरोना संक्रमित अध्यापकों की मेडिकल छुट्टी मंजूर की जाए। इसका अध्यापक वर्ग विरोध करता है। यूनियन के सदस्यों ने कहा कि शिक्षा विभाग के अध्यापक और कर्मचारी पूरी मेहनत के साथ स्कूलों में मौजूद रहकर ऑनलाइन पढ़ाई करवा रहे हैं। अब नया फैसला जारी कर उनके साथ धक्का किया जा रहा है। सदस्यों ने कहा कि यदि यह फैसला वापस न लिया गया तो संयुक्त अध्यापक मोर्चा पंजाब और केंद्र सरकार की शिक्षा विरोधी नितियों के विरोध में 17 मई को ब्लाक, तहसील स्तर पर अर्थी फूक प्रदर्शन करेगा।