एमएसएमई में लाकडाउन से आया आर्थिक संकट
चैंबर आफ इंडस्ट्रीयल एंड कामर्शियल अंडरटेकिग (सीआइसीयू) की बैठक प्रधान उपकार सिंह आहुजा की अध्यक्षता में हुई। इस दौरान कोविड के चलते इंडस्ट्री के हालातों पर चर्चा की गई।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : चैंबर आफ इंडस्ट्रीयल एंड कामर्शियल अंडरटेकिग (सीआइसीयू) की बैठक प्रधान उपकार सिंह आहुजा की अध्यक्षता में हुई। इस दौरान कोविड के चलते इंडस्ट्री के हालातों पर चर्चा की गई। वक्ताओं ने कहा कि पिछले तीन साल से व्यापार पटरी से उतरा है। सबसे ज्यादा इफेक्ट कोविड-19 के चलते आया है। बड़े मैन्यूफेक्चरिग प्लांट बंद होने के चलते एमएसएमई उद्योगों पर इसका बुरा प्रभाव देखने को मिल रहा है। आर्डर कम आने से छोटी इंडस्ट्री भी नहीं चल पा रही।
आहुजा ने कहा कि इसको लेकर सीआइसीयू की ओर से एक पत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण, एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी को लिखकर इंडस्ट्री को सहयोग देने की अपील की जाएगी। इसमें एमएसएमई को लोन चुकाने के लिए एक साल का अतिरिक्त समय दिया जाए, एमएसएमई उद्योगों को बीस प्रतिशत की अतिरिक्त लिमिट प्रदान की जाए, अगले तीन माह के लिए ईएसआई, पीएफ और अन्य टैक्सों से छूट दी जाए, जीएसटी एवं इंकम टैक्स में राहत दी जाए, लाक़डाउन के दौरान लेबर को दी गई पेमेंट का रिफंड दिया जाए, माइक्रो यूनिट्स को टर्नओवर का पचास प्रतिशत लोन प्रीअप्रूवड दिया जाए, दो क्वार्टर के लिए जीएसटी डिपोजिट में राहत दी जाए, ईएसआइ की ओर से कर्मचारियों को कुछ राहत दी जाए। इस दौरान महासचिव पंकज शर्मा, जेएस भोगल, हनी सेठी ने भी विचार रखे।