Ludhiana Smart City Ranking: स्वच्छता में पिछड़ी स्मार्ट सिटी, पांच स्थान लुढ़क कर 39वें नंबर पर पहुंचे
स्मार्ट सिटी स्वच्छता रैंकिंग में ऊपर चढ़ना तो दूर पिछले साल के स्थान को भी बरकरार नहीं रख पाई है। इस बार स्वच्छता के मामले में शहर पांच पायदान और नीचे गिरकर 34 से 39वें स्थान पर पहुंच गया है।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 ने एक बार फिर लुधियाना नगर निगम के अधिकारियों की कारगुजारी उजागर कर दी है। स्मार्ट सिटी स्वच्छता रैंकिंग में ऊपर चढ़ना तो दूर पिछले साल के स्थान को भी बरकरार नहीं रख पाई है। इस बार स्वच्छता के मामले में शहर पांच पायदान और नीचे गिरकर 34 से 39वें स्थान पर पहुंच गया है। दस लाख से अधिक आबादी वाले 48 शहरों की श्रेणी में लुधियाना 39वां स्थान है।
स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिंग में आई गिरावट ने सीधे नगर निगम के मेयर और कमिश्नर की योजनाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। नगर निगम को इस बार न तो सर्विस लेवल प्रोग्रेस में अच्छे नंबर मिले और न ही सर्टिफिकेशन में। सबसे बड़ा कारण यह रहा कि महानगर में पिछले 10 माह से न तो कूड़ा प्रबंधन हो रहा है और न ही खुले में शौचमुक्त के ग्रेड को अपग्रेड करने के लिए कोई कदम उठाया गया है।
केंद्र सरकार ने स्वच्छता सर्वेक्षण के कुल 6000 अंक रखे थे। इसमें से लुधियाना को 3229.81 अंक प्राप्त हुए हैं। देश के 4320 शहरों में शहर की ओवरआल रैंकिंग इस बार 519 है। सभी 4320 शहरों की रैंकिंग की बात करें तो पिछली बार निगम पहले एक हजार में भी जगह नहीं बना पाया था। उसका रैंक 1007 था। लेकिन 10 लाख से अधिक की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में पांच स्थान नीचे आ गए हैं। हालांकि निगम अधिकारी इसे बड़ी गिरावट नहीं मान रहे हैं। उनके अनुसार शहर को सबसे कम अंक सर्टिफिकेशन में मिले हैं। अभी शहर को ओडीएफ में वन प्लस का स्टेटस मिला है। अगर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट पूरे हो जाते हैं तो यह स्टेटस टू प्लस हो जाएगा और शहर की रैंकिंग बेहतर हो जाएगी।
सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज में लुधियाना को मिला 26वां स्थान
जासं, लुधियाना : केंद्र सरकार के आवास एवं शहरी विकास मंत्रलय की ओर से इस बार सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज करवाया गया। पहली बार करवाएंगे इस चैलेंज में लुधियाना को 26वां स्थान हासिल हुआ है। यह चैलेंज सफाई सेवकों व शिवम एनओ को नगर निगम द्वारा दी जा रही सुविधाओं और उनके स्वास्थ्य के प्रति उन्हें सचेत किए जाने के आधार पर आयोजित किया गया। नगर निगम कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल ने बताया कि इस चैलेंज में 45 शहरों को शामिल किया गया था। जिसमें लुधियाना को 26 वां रैंक हासिल हुआ है। लुधियाना पंजाब में पहले स्थान पर रहा है।
यहां पिछड़े
-सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने में निगम नाकाम रहा
-कूड़ा लि¨फ्टग में सुधार की बजाय हालात और खराब हुए।
-शहर के कूड़े का निस्तारण नहीं किया जा रहा।
- कूड़ा कलेक्टर भी सूखा व गीला कूड़ा एक साथ नहीं ले जा रहे।
- फरवरी से अब तक शहर में कूड़ा प्रबंधन नहीं हो रहा।
-स्टेटिक कंपेक्टर नहीं लग पाए।
-मैकेनिकल स्वीपिंग बंद।
- सीएंडडी वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट नहीं बनना।
खुले में शौचमुक्त श्रेणी में भी अच्छी स्थिति नहीं
खुले में शौचमुक्त स्टेटस के हिसाब से केंद्र सरकार ने सात श्रेणियां तय की हैं। इसमें लुधियाना नगर निगम अब भी नीचे से दूसरे पायदान पर है। नीचे से पहली श्रेणी वाले शहर को 200 अंक मिलते हैं जबकि दूसरी श्रेणी वाले शहर को 300 अंक मिलते हैं। लुधियाना को भी दूसरी श्रेणी के अंक मिले हैं।
लोगों की जागरूकता से बढ़ सकते थे अंक
लोगों की जागरूकता श्रेणी में शहर को 1800 में से 1203.84 अंक मिले हैं। अगर शहरवासियों को स्वच्छता सर्वेक्षण के प्रति जागरूक किया जाता तो यह अंक ज्यादा हो सकते थे।
कूड़ा प्रबंधन वाली कंपनी ने करार तोड़ दिया था। उसके बाद डंप पर कूड़ा प्रबंधन नहीं हो पा रहा है। नई कंपनी की तलाश में हैं। अगले साल तक हमारी स्थिति बेहतर होगी। हमारे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तैयार हो जाएंगे और सीवरेज सिस्टम भी अप्रेड हो रहा है।
बलकार सिंह संधू, मेयर लुधियाना