Ludhiana Corona Vaccination: डीएमसी सहित दर्जन भर अस्पतालों में नहीं हुई वैक्सीनेशन, 4 हजार लोग लौटे

डीएमसी अस्पताल में बनाए गए वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचे तो उन्हें यह कहकर लौटा दिया गया कि उनके पास वैक्सीन उपलब्ध नहीं हैं। कोवैक्सीन का स्टॉक नहीं मिला। हालांकि शाम को 40000 डोज की सप्लाई पहुंची। इस समय कोवैक्सीन की 2500 डोज ही बची है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 10:56 AM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 10:56 AM (IST)
Ludhiana Corona Vaccination: डीएमसी सहित दर्जन भर अस्पतालों में नहीं हुई वैक्सीनेशन, 4 हजार लोग लौटे
वीरवार को जिले में सिर्फ 5300 लोगों को ही वैक्सीन लगी।

लुधियाना, जेएनएन। वैक्सीन की किल्लत के कारण वीरवार को जिले में वैक्सीनेशन अभियान पटरी से उतर गया। डीएमसी अस्पताल, अरोड़ा न्यूरो अस्पताल, तूर अस्पताल सहित करीब एक दर्जन निजी अस्पतालों में कोविशील्ड वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो गया। इस कारण इन निजी अस्पतालों में वैक्सीनेशन नहीं हुई। ऐसे में शहरी इलाकों से कोविशील्ड की पहली व दूसरी डोज लगवाने के लिए पहुंचे करीब चार हजार से अधिक लाभार्थियों को निराश लौटना पड़ा। अकेले डीएमसी अस्पताल में ही रोजाना वैक्सीनेशन के लिए करीब 350 से अधिक लाभार्थी पहुंचते हैं।

वीरवार को जब लाभार्थी डीएमसी अस्पताल में बनाए गए वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचे, तो उन्हें यह कहकर लौटा दिया गया कि उनके पास वैक्सीन उपलब्ध नहीं हैं। वहां मौजूद स्टाफ को ये भी नहीं पता था कि वैक्सीन कब तक आएगी। लाभार्थियों को इंक्वायरी नंबर 0161-2304282 देकर कहा गया कि इस पर काल करके वैक्सीन की उपलब्धता पता करके ही आएं। हालांकि सिविल अस्पताल, चंडीगढ़ रोड स्थित मदर एंड चाइल्ड अस्पताल, जवद्दी अर्बन प्राइमरी हेल्थ सेंटर और सिविल सर्जन कार्यालय में स्थित वैक्सीनेशन सेंटरों पर कोवैक्सीन के साथ-साथ कोविशील्ड वैक्सीन भी लगी। वैक्सीन की कमी का ही परिणाम रहा कि जिले में केवल 5300 लोगों को ही वैक्सीन लगी।

एक लाख की डिमांड, शाम को पहुंची 40 हजार डोज

वीरवार शाम करीब पांच बजे सेहत विभाग को चंडीगढ़ से कोविशील्ड की 40 हजार डोज मिल गई। इससे कोविशील्ड की किल्लत थोड़ी बहुत कम हो जाएगी। हालांकि विभाग ने एक लाख डोज की डिमांड की थी। इसके अलावा कोवैक्सीन का स्टॉक नहीं मिला। इस समय कोवैक्सीन की 2500 डोज ही बची है। शुक्रवार को उन सेंटर पर लाभार्थियों को परेशानी आ सकती है, जहां कोवैक्सीन लगाई जा रही है।

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