UCPMA Chunav: लुधियाना के उद्यमियाें के प्रचार में उतरते ही सियासत गर्माई, एजीएम के बाद करेंगे प्रत्याशियों का ऐलान
UCPMA Chunav चुनाव मैदान में केके सेठ ग्रुप एवं डीएस चावला ग्रुप के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना है। इसे लेकर साइकिल उद्योग में राजनीति चरम पर पहुंच गई है। दोनों ग्रुप के लोग एक दूसरे की नाकामियों को भी उछालने में लगे हैं।
लुधियाना, [मुनीश शर्मा]। UCPMA Chunav: शहर की सबसे बड़ी इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन के चुनावों को लेकर तिथि नजदीक आते ही सरगर्मियां बढ़ गई है। इसको लेकर पिछले दो महीनों से चल रही कसरत में ग्रुप तो बन गए हैं, लेकिन अभी तक प्रत्याशियों के नाम फाइनल न होने से आने वाले समय में गुटों में बिखराव और रिस्ट्रक्चर की स्थिति पैदा हो सकती है। यूनाइटेड साइकिल एंड पार्ट्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों के चुनाव तीन सितंबर को तय हैं। हालांकि अभी प्रत्याशियों का ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन उद्यमियों के ग्रुप तय हो गए हैं और अब ग्रुप ही पहले चरण में अपने अपने पक्ष में वोटरों को लुभाने के लिए प्रचार में जुट गए हैं।
चुनाव मैदान में केके सेठ ग्रुप एवं डीएस चावला ग्रुप के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना है। इसे लेकर साइकिल उद्योग में राजनीति चरम पर पहुंच गई है। प्रचार के साथ-साथ दोनों ग्रुप के लोग एक दूसरे की नाकामियों को भी उछालने में लगे हैं। इससे माहौल में गर्मी आ रही है। ऐसे में उम्मीद है कि एजीएम संपन्न होने के बाद चुनावों की तिथि स्पष्ट हो सकती है। तब तक ग्रुप जाकर अपने अपने हक में प्रचार कर रहे हैं। साइकिल इंडस्ट्री में बढ़ी सक्रियता से लुधियाना इन दिनों चुनावी मोड में अग्रसर है।
दो हजार सदस्यों को एजीएम का न्यौता
18 अगस्त को होने वाली एजीएम हंगामेदार हो सकती है। क्योंकि विभिन्न ग्रुपों की ओर से इसके माध्यम से कई अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाने के साथ साथ कई बदलावों को लेकर भी गुटबाजी चरम पर है। एजीएम को लेकर दो हजार से अधिक सदस्यों को न्यौता भेजा गया है। भले ही अभी कोविड प्रोटोकाल के चलते केवल 300 लोगों की अनुमति दी जाती है। लेकिन एसोसिएशन में सदस्यों के साथ साथ उनके समर्थक भी पहुंचते हैं। इस आयोजन में कोविड प्रोटोकाल का पालन करना भी टीम के लिए चुनौती होगा।