रायकोट में रावण का छोटा पुतला देख लोग निराश
रायकोट में बहुत से मंदिर व धार्मिक संस्थाएं हैं। हालांकि पिछले काफी सालों से शहर में रामलीला का आयोजन नहीं हो पा रहे हैं। इससे नई पीढ़ी के बच्चे अपनी पुरानी संस्कृति से अनजान रह रहे हैं।
जेएनएन, रायकोट : रायकोट में बहुत से मंदिर व धार्मिक संस्थाएं हैं। हालांकि पिछले काफी सालों से शहर में रामलीला का आयोजन नहीं हो पा रहे हैं। इससे नई पीढ़ी के बच्चे अपनी पुरानी संस्कृति से अनजान रह रहे हैं। इतना ही नहीं, दशहरा मनाने के लिए गठित की गई दशहरा कमेटी की विफलता उस समय सामने आई, जब लोगों ने सुबह टाहली साहिब ग्राउंड में रावण, मेघनाद व कुंभकरण के 12 से 15 फीट के छोटे-छोटे पुतले देखे। उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर इन पुतलों की फोटो डालकर तरह-तरह के व्यंग्य किए। कोई कह रहा था कि पुतलों के पैर गायब हो गए तो कोई इनमें धांधली का आरोप लगा रहा था। हालांकि इस सभी बातों को एक तरफ रखकर देखा जाए तो रायकोट में त्योहार अच्छी तरह से न मना पाने की कसक तो हर धर्म प्रेमी के दिल में रही।