Doctors Strike In Ludhiana: डाॅक्टर आज से अस्पताल परिसर के लॉन में चलाएंगे खुद की ओपीडी, जानें कारण

Doctors Strike In Ludhiana बुधवार को लगातार तीसरे दिन सरकारी अस्पतालों के डाॅक्टर व Doctors Strike In Ludhiana पैरामेडिकल स्टाफ हड़ताल पर रहा। सिविल अस्पताल व मदर एंड चाइल्ड अस्पताल में पहुंचे 300 से अधिक मरीजों को इलाज नहीं मिला।

By Vipin KumarEdited By: Publish:Thu, 15 Jul 2021 10:02 AM (IST) Updated:Thu, 15 Jul 2021 10:02 AM (IST)
Doctors Strike In Ludhiana: डाॅक्टर आज से अस्पताल परिसर के लॉन में चलाएंगे खुद की ओपीडी, जानें कारण
बुधवार को लगातार तीसरे दिन सरकारी अस्पतालों के डाॅक्टर। (फाइल फाेटाे)

जासं, लुधियाना। Doctors Strike In Ludhiana: बुधवार को लगातार तीसरे दिन सरकारी अस्पतालों के डाॅक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ हड़ताल पर रहा। सिविल अस्पताल व मदर एंड चाइल्ड अस्पताल में पहुंचे 300 से अधिक मरीजों को इलाज नहीं मिला।अब डाक्टरों ने तय किया है कि वह वीरवार से सरकारी ओपीडी का बायकाट करेंगे और अपने स्तर पर समानांतर ओपीडी चलाएंगे।

यह ओपीडी अस्पताल परिसर के लॉन में होगी। डाक्टर गैर सरकारी पर्चियों पर दवाइयां लिखेंगे और खुद दवाइयां खरीदकर मरीजों को देंगे। यह विरोध 17 जुलाई तक जारी रहेगा। इसके बाद भी अगर सरकार ने उनकी आवाज नहीं सुनी तो सभी सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं ठप करने के साथ एमएलआर और कोरोना से संबंधित काम भी बंद कर दिया जाएगा।

क्या है मांगें

बता दें कि डाॅक्टर्स छठे वेतन आयोग की सिफारिशों से नाराज है और उक्त सिफारिशों को रद्द किए जाने की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे डाक्टर्स ने कहा कि डाक्टरों को मिलते एनपीए को 25 प्रतिशत से कम कर 20 प्रतिशत कर दिया गया है। वहीं सरकारी अस्पतालों के डाक्टरों ने इससे पहले शुक्रवार को भी ओपीडी सेवाएं ठप रख हड़ताल की थी और मांगों का हल न होता देख सोमवार दोबारा दूसरी बाद हड़ताल कर ओपीडी सेवाएं ठप रखी गई।

सिविल में मिलेगी एमआरआइ व स्कैन की सुविधा

सिविल अस्पताल में भी मरीजों को अब एमआरआइ और सीटी स्कैन की सुविधा मिलेगी। दोनों सुविधाओं के लिए अस्पताल प्रबंधन ने तैयारी शुरू कर दी है। यह मशीनें सरकार के एक प्रोजेक्ट के तहत लगाई जा रही हैं। एसएमओ डा. अमरजीत कौर ने बताया कि ओपीडी ब्लाक के साथ खाली पड़ी इमारत में एमआरआइ व सीटी स्कैन मशीन को लगाया जाएगा। इसे खाली करवा लिया गया है और मरम्मत करवाई जा रही है। उम्मीद है कि अगस्त तक मशीनें लगाने का काम शुरू हो जाएगा। फिलहाल एमआरआइ व सीटी स्कैन टेस्ट की फीस तय नहीं है। मशीनें लग जाने के बाद मरीजों को प्राइवेट तौर पर एमआरआइ व सीटी स्कैन नहीं करवाना पड़ेगा।

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