Ludhiana Coronavirus Cases Update : लुधियाना में कोरोना संक्रमण के 991 नए केस, सक्रिय केसों की संख्या 12371 तक पहुंची

Ludhiana Coronavirus Cases Update जालंधर में मंगलवार को 991 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव पाई गई। इसके अलावा 84 लोग दूसरे जिलों के भी संक्रमित मिले हैं। आंकड़ा 12371 तक पहुंच गई है। इनमें से 1092 संक्रमित निजी अस्पतालों में हैं।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Wed, 19 May 2021 07:26 AM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 07:26 AM (IST)
Ludhiana Coronavirus Cases Update : लुधियाना में कोरोना संक्रमण के 991 नए केस, सक्रिय केसों की संख्या 12371 तक पहुंची
यह तस्वीर लुधियाना के किताब बाजार की है। पाबंदियों के बावजूद बाजारों में भीड़ कम नहीं हो रही है

लुधियाना, जेएनएन। जिले में लगातार चौथे दिन जिले में एक हजार से कम संक्रमित सामने आए हैं। मंगलवार को 991 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव पाई गई। इसके अलावा 84 लोग दूसरे जिलों के भी संक्रमित मिले हैं। आंकड़ा 12371 तक पहुंच गई है। इनमें से 1092 संक्रमित निजी अस्पतालों में हैं। सरकारी अस्पतालों में 216 संक्रमित भर्ती हैं जबकि 10093 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। 61 संक्रमित वेंटिलेटर पर हैं। इनमें 32 संक्रमित लुधियाना जिले से हैं।

कम नहीं हो रही संक्रमितों की मौत की संख्या

लुधियाना। कोरोना संक्रमण के मामले भले ही कम होने लगे हैं लेकिन संक्रमितों की मौत की संख्या अब भी कम होने का नाम नहीं ले रही है। लगातार चौथे दिन जिले में कोरोना के पाजिटिव केस एक हजार से कम रहे हैं लेकिन मौतों का आंकड़ा पहले जैसा ही रहा। मई में औसत हर रोज 20 से अधिक लोगों की जान गई है। मंगलवार को भी जिले में 21 संक्रमितों की मौत हुई। इनमें 16 संक्रमित 50 साल से अधिक उम्र के थे। पांच संक्रमितों की उम्र 50 साल से कम थी। पिछले 18 दिन में जिले में 386 संक्रमितों की मौत हो हुई है। इनमें 25 से 49 साल की उम्र के 92 संक्रमित थे। 50 से 60 साल की उम्र के 122 और 60 साल से अधिक उम्र के 170 संक्रमित थे। इनमें 218 पुरुष और 168 महिलाएं थीं।

मोहनदेई ओसवाल अस्पताल के चेस्ट स्पेशलिस्ट डा. प्रदीप कपूर का कहना है कि 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को पुरानी बीमारियां भी होती हैं। वे उसका इलाज व दवाई छोड़ देते हैं। कोरोना के लक्षण महसूस होने पर भी बुजुर्गों को समय पर अस्पताल नहीं लाया जा रहा है। इस बीच वायरस बुजुर्गों के फेफड़ों तक पहुंच चुका होता हैं। ऐसे में उन्हें बचाना मुश्किल हो जाता है।

दीपक अस्पताल की मेडिसन विशेषज्ञ डा. मनीत का कहना है कि उनके अस्पताल में 50 साल से अधिक उम्र के मरीज उस समय पहुंच रहे हैं जब बीमारी बहुत बढ़ चुकी होती है। वायरस के कारण जब शरीर रिस्पांस करना बंद कर देता है तो वे अस्पताल पहुंचते हैं। ऐसी स्थिति में उन्हें लेवल थ्री में आइसीयू में रखने की नौबत आ रही है। लक्षणों को नजरअंदाज न करें।

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