Ludhiana Coronavirus Cases Update : लुधियाना में लगातार दूसरे दिन एक हजार से कम केस, 851 संक्रमित मिले
Ludhiana Coronavirus Cases Update मई का तीसरा हफ्ता कुछ राहत लेकर आया है। पिछले चार दिन से कोरोना के नए मामलों में कमी देखी गई है। सोमवार को भी जिले में लगातार दूसरे दिन कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा एक हजार से रहा।
लुधियाना, जेएनएन। अप्रैल के दूसरे सप्ताह से लेकर मई के दूसरे सप्ताह तक कोरोना वायरस ने अपना सबसे खतरनाक रूप दिखाया है। रोजाना 1500 से 1700 के बीच संक्रमित सामने आ रहे थे। मई का तीसरा हफ्ता कुछ राहत लेकर आया है। पिछले चार दिन से कोरोना के नए मामलों में कमी देखी गई है। सोमवार को भी जिले में लगातार दूसरे दिन कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा एक हजार से रहा। 875 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। सक्रिय केस 12837 तक पहुंच गए हैं। इनमें से 1190 संक्रमित निजी अस्पतालों में भर्ती हैं जबकि 223 संक्रमित सरकारी अस्पताल में हैं। 10593 संक्रमित होम आइसोलेशन में हैं।
मौत का आंकड़ा अभी नहीं हुआ कम
कोरोना संक्रमण के नए मामलों में जरूर कमी आई है लेकिन मौत का आंकड़ा अभी कम नहीं हुआ है। सोमवार को जिले के 20 संक्रमितों की मौत हो गई। इनमें से 15 संक्रमित 50 साल से अधिक उम्र के थे जबकि पांच की उम्र 45 साल से कम थी। जिले में अब तक 1740 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। वहीं, 54 मरीज वेंटिलेटर पर हैं।
हमने कोरोना का पीक क्रास कर लियाः सीएमसी
कोरोना संक्रमण के मामलों में आ रही कमी पर क्रिश्चन मेडिकल कालेज (सीएमसी) एंड अस्पताल के कम्यूनिटी मेडिसन डिपार्टमेंट के हेड डा. क्लारेंस जे सैमुअल का कहना है कि अप्रैल और मई के मध्य में जिस तरह से कोरोना के मामले आए हैं, उससे यही लगता है कि हमने कोरोना का पीक क्रास कर लिया है। अब धीरे धीरे मामले कम होंगे। अगर लोगों ने फिर से लापरवाही बरतना शुरू किया तो आने वाले समय में हालात इससे भी बदतर होंगे। लोगों को मास्क पहनना होगा, भीड़ जुटाने पर लगाम लगानी होगी। लाकडाउन तब तक जारी रखना चाहिए जब तक संक्रमण के मामले कम नहीं हो जाते।
दूसरी लहर में गांवों से कोरोना संक्रमण के मामले ज्यादा
दूसरी लहर में गांवों में कोरोना संक्रमण के मामले बहुत आ रहे हैं। देशभर में करीब 50 प्रतिशत केस ग्रामीण एरिया में रिपोर्ट किए जा रहे हैं। गांवों में टेस्टिंग बहुत कम है। इस पर फोकस करना चाहिए। लोग लक्षण होने पर भी जांच नहीं करवा रहे हैं। हर गांव टेस्ट करवाकर जांच करवानी चाहिए।