Ludhiana corona update: लुधियाना में काेराेना की रफ्तार थमी, 43 नए मामले आए सामने
Ludhiana corona update जिले में जहां कोरोना के नए मामलों में लगातार कमी आ रही है वहीं अब मौतों में भी गिरावट आ गई है। वीरवार को तो एक भी काेरोना संक्रमित की मौत हुई। 13 जुलाई के बाद पहली बार ऐसा हुआ है।
लुधियाना, लुधियाना। जिले में जहां कोरोना के नए मामलों में लगातार कमी आ रही है, वहीं अब मौतों में भी गिरावट आ गई है। वीरवार को तो एक भी काेरोना संक्रमित की मौत हुई। 13 जुलाई के बाद पहली बार ऐसा हुआ है, जब कोरोना से एक भी मौत न हुई हो। जबकि इसके बाद से रोजाना संक्रमितों की मौते हो रही थी।
शहर में अब तक 825 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है। वहीं दूसरी तरफ शहर के अलग अलग इलाकों में रहने वाले 43 लोग कोरोना पाजिटिव पाए गए। जिसके बाद जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 19837 हो गई है। इनमें से 19731 संक्रमित मरीजों ने बीमारी को मात दे दी है। जिसके चलते जिले में कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने की दर 94.42 फीसद हो गई है।
खन्ना से दो मरीज मिले
जासं, खन्ना : बुधवार को खन्ना में कोरोना के दो मरीज मिले हैं। इनमें से एक खन्ना शहर और एक ग्रामीण क्षेत्र से है। एसएमओ डा. राङ्क्षजदर गुलाटी ने बताया कि खन्ना सिविल अस्पताल स्टाफ की तरफ से बुधवार को 241 लोगों के सैंपल लिए गए। इनमें 130 आरटीपीसीआर और 111 रैपिड टेस्ट शामिल हैं।
कोरोना व डेंगू के बाद अब स्वाइन फ्लू का खतरा
कोरोना और डेंगू के प्रकोप के बीच अब स्वाइन फ्लू का खतरा बढ़ रहा है। जिले के निजी अस्पतालों में अब स्वाइन फ्लू के संदिग्ध सामने आ रहे हैं। स्वाइन फ्लू से मिलते-जुलते लक्षणों से पीडि़त मरीजों के सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। अब तक ऐसे पांच मरीजों के सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं। हालांकि सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इसकी पुष्टि डिस्ट्रिक्ट एपीडिमोलाजिस्ट डा. रमेश ने की।
विभाग ने कर ली है तैयारी
सर्दी की दस्तक को देखते हुए सेहत विभाग ने स्वाइन फ्लू से निपटने की तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। विभाग ने निजी अस्पतालों को निर्देश दिए हैं कि अगर स्वाइन फ्लू के लक्षणों वाले मरीज मिलें, तो तुरंत सूचना दी जाए। कोरोना और स्वाइन फ्लू के लक्षण काफी मिलते जुलते हैं। चिकित्सकों के अनुसार स्वाइन फ्लू का वायरस उन लोगों पर पहले हमला करता है, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहद कमजोर हो या जिन्हें अस्थमा, मधुमेह, हृदय रोग सहित अन्य रोग हो। गर्भवती महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों के स्वाइन फ्लू के चपेट में आने की संभावना अधिक रहती है।