2600 घरों के लिए आफत बना बरसाती पानी बुझाएगा धरती की प्यास, लुधियाना में 13 रिचार्ज वेल तैयार

पहले सेक्टर 32 के आसपास के इलाकों जमालपुर फोकल प्वाइंट सेक्टर-39 का पानी गलियों और मुख्य सड़क में जमा हो जाता था। इस बार बरसात में करोड़ों लीटर बरसाती पानी रेन वाटर रिचार्ज वेल के जरिए जमीन के अंदर चला जाएगा और समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Mon, 05 Apr 2021 10:58 AM (IST) Updated:Mon, 05 Apr 2021 03:21 PM (IST)
2600 घरों के लिए आफत बना बरसाती पानी बुझाएगा धरती की प्यास, लुधियाना में 13 रिचार्ज वेल तैयार
लुधियाना के चंडीगढ़ रोड स्थित सेक्टर-32 में बरसाती पानी को स्टोर करने के प्रबंध किए गए हैं। सांकेतिक फोटो

लुधियाना, [राजेश भट्ट]। बरसात आते ही चंडीगढ़ रोड स्थित सेक्टर-32 में रहने वाले लोगों की चिंता बढ़ने लगती है। दरअसल, इस इलाके की भौगोलिक संरचना कटोरे जैसी है। आसपास के इलाके ऊंचे हैं और बरसात के दिनों में सारा पानी यहीं आकर जमा हो जाता है। बरसाती पानी इलाके के 2600 घरों के लोगों के लिए परेशानी का सबब बना जाता है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अब यह पानी धरती की प्यास भी बुझाएगा और लोगों को परेशानी से मुक्ति मिलेगी। स्थानीय पार्षदों उमेश शर्मा व वनीत भाटिया ने विधायक संजय तलवाड़ के जरिये उन स्थानों पर 13 रेन वाटर रिचार्ज वेल बना दिए हैं, जहां ज्यादा पानी जमा होता है। 

पहले सेक्टर 32 के आसपास के इलाकों जमालपुर, फोकल प्वाइंट, सेक्टर 39 व अन्य इलाकों से बरसात का पानी यहां की गलियों और मुख्य सड़क में जमा हो जाता था।  इस बार बरसात में करोड़ों लीटर बरसाती पानी रेन वाटर रिचार्ज वेल के जरिए जमीन के अंदर चला जाएगा और समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।

लुधियाना के चंडीगढ़ रोड स्थित सेक्टर-32 में बनी रिचार्ज वेल की हौदी।

विधायक संजय तलवाड़ ने ग्रेटर लुधियाना एरिया डेवलपमेंट अथारिटी (ग्लाडा) से ये वाटर रिचार्ज वेल तैयार करवाए हैं। ग्लाडा के इंजीनियरों ने पहले तो उन क्षेत्रों की पहचान की जहां पर ज्यादा पानी जमा होता है। उसके बाद आसपास के पार्कों में रिचार्ज वेल बनवाए। इसके अलावा सड़कों पर हौदियां बनाई और वहां से पाइप बिछाकर उस पानी को पार्कों में बने रिचार्ज वेलों के टैंकों तक पहुंचाने की व्यवस्था की। खास बात यह है कि इन रिचार्ज वेल के स्टोरेज व फिल्टर टैंकों को सामान्य से दो गुना क्षमता का बनाया गया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा पानी रिचार्ज वेल के जरिए जमीन के अंदर जाए और सड़कों व गलियों में बारिश के समय पानी जमा न हो। इस पर 65 लाख रुपये का खर्च आया।

लुधियाना के चंडीगढ़ रोड स्थित सेक्टर-32 में बनी रिचार्ज वेल की हौदी।

2.50 लाख वर्ग मीटर एरिया में बसा है सेक्टर

सेक्टर-32 लगभग 2.50 लाख वर्ग मीटर एरिया में बसा है। इस क्षेत्र में 40 पार्क बनाए गए हैं। इन 40 पार्कों में 13 पार्क ऐसे हैं जिनके आसपास ज्यादा पानी जमा होता है। लुधियाना में हर साल औसतन 733 एमएम बारिश होती है। अगर पूरे सेक्टर 32 में एक साल बरसने वाले पानी की गणना करें तो यह 58 करोड़ लीटर से ज्यादा हो जाता है। अगर इस बारिश का एक चौथाई हिस्से का पानी भी रिचार्ज वेल में गया तो लगभग 14 करोड़ लीटर पानी हर साल जमीन के अंदर चले जाएगा। पार्क में रिचार्ज वेल के लिए टैंक बनाने का एक फायदा यह भी है कि अगर पानी ज्यादा भी आया तो वह पार्क में जमा हो जाएगा और जमीन में चला जाएगा। अगर इस प्रयोग से पानी जमा होने की समस्या से निजात मिल गई तो बाकी कालोनियों में भी ऐसे वेल बनाए जाएंगे।

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