बैंकिंग प्रणाली की खामियों से बढ़ रहा एनपीए

बैंकिंग प्रणाली में कई तरह के संशोधन की आवश्यकता है। इसके लिए सरकार को उचित कदम उठाने चाहिए।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Nov 2018 07:15 AM (IST) Updated:Sun, 18 Nov 2018 07:15 AM (IST)
बैंकिंग प्रणाली की खामियों से बढ़ रहा एनपीए
बैंकिंग प्रणाली की खामियों से बढ़ रहा एनपीए

जागरण संवाददाता, लुधियाना :

बैंकिंग प्रणाली में कई तरह के संशोधन की आवश्यकता है। इसके लिए सरकार को उचित कदम उठाने चाहिए। इससे आने वाले समय में फंसे कर्ज (एनपीए) को कम किया जा सकता है। ऑल इंडिया बैंक रिटायर्ज फैडरेशन की ओर से फिरोजपुर रोड स्थित पेंशनर्स भवन में हुई बैठक में इस पर मंथन किया गया। इसमें वर्तमान समय में बैंकिंग प्रणाली की गंभीर स्थिति पर भी विचार-विमर्श किया गया। इस दौरान जहां बैंकिंग में सुधार को लेकर एक्सपर्ट ने अपने विचार रखें, वहीं पेंशनर्ज को आ रही समस्याओं पर भी मंथन किया गया। इसमें शहर के विभिन्न बैंकों से रिटायर्ड अधिकारियों और कर्मचारियों ने भाग लिया। पेंशनर्ज भवन में हुई इस कांफ्रेंस का उद्घाटन उत्तरी जोन के महासचिव दविंदर सिंह जटाना ने किया। इस दौरान चेयरमैन कामरेड बीएल भाटिया ने कहा कि प्राइवेटेशन का नुक्सान बैंकिंग सेक्टर को हो रहा है। साथ ही जरूरत के मुताबिक भर्तियां नहीं की जा रही और बैंकिंग कर्मचारियों से कई तरह के काम करवाए जा रहें हैं, जो बैंकिंग सिस्टम को बुरी तरह से प्रभावित कर रहें हैं। इस दौरान वक्ताओं ने फैमिली पेंशन में सरकार और रिजर्व बैंक के पेंशनर्ज की तरह सुधार करने, पेंशन की अपग्रेडेशन, नवंबर 2002 से पहले रिटायर्ज का 100 डीए, न्यूट्रालाइजेशन, मेडिकल इंश्योरेंस का पूरा प्रीमियम का पूरा भुगतान बैंक की ओर से करने, रिटायर्ज के मामलों के लिए रिटायर कोआर्डीनेटर बॉडी से बातचीत करने जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई। इस दौरान नार्थ जोन के प्रधान कामरेड अनिल सूद और कामरेड सिद्धू ने उपस्थिति को संबोधित किया। इस दौरान 31 सदस्यों की वर्किग कमेटी का भी चुनाव किया गया।

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