न सोना चमका, न चांदी, बाजार रहे सूने

हर साल ज्यूलर्स के लिए बंपर कमाई करवाने वाला अक्षय तृतीया पर्व इस बार बेहद फीका रहने से कारोबारियों के हाथ निराशा लगी है। ि

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 06:22 AM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 06:22 AM (IST)
न सोना चमका, न चांदी, बाजार रहे सूने
न सोना चमका, न चांदी, बाजार रहे सूने

मुनीश शर्मा, लुधियाना : हर साल ज्यूलर्स के लिए बंपर कमाई करवाने वाला अक्षय तृतीया पर्व इस बार बेहद फीका रहने से कारोबारियों के हाथ निराशा लगी है। हिदू धर्म में अक्षय तृतीया का बड़ा महत्व माना जाता हा। भारी संख्या में लोग सोना-चांदी की खरीदारी करते है, जिस कारण कारोबारियों के लिए भी ये दिन अहम रहता है।

पिछले साल जहां कोविड के चलते क‌र्फ्यू होने के बावजूद स्वर्णकारों ने हिम्मत न हारते हुए आनलाइन बिक्री की थी। इसके लिए बाकायदा आनलाइन डिजिटल के माध्यम से आर्डर बुकिग की गई थी और इसकी डिलीवरी क‌र्फ्यू के बाद की गई थी। इस बार भी भले ही दुकानें पूरी तरह से नहीं खुली, लेकिन कारोबारी इस दिन को भुनाने को लेकर ग्राहकों को समय-समय पर अपडेट करते रहे। कई ज्वेलर्स ने मेकिग चार्जेस पर छूट भी दे रखी थी। कई ज्वेलर्स ने पक्के ग्राहकों से अपने डिजाइन आनलाइन शेयर किए। हालांकि बाजारों में ग्राहक न आने से ये दिन फीका ही रहा।

अक्षय तृतीया के पावन दिन खरीदारी करना शुभ होता है। इस दिन निवेश करना भी शुभ माना जाता है। इस साल 24 कैरेट प्रति 10 ग्राम सोने का दाम 49 हजार रुपये रहा, जोकि पिछले साल अक्षय तृतीया पर 45400 था। इसी प्रकार चांदी 65000 हजार रुपये रही, जोकि पिछले साल इस दिन 42 हजार रुपए किलो थी।

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लोग सिर्फ जरूरी चीजों पर पैसे खर्च रहे

लुधियाना ज्वेलर्स एसोसिएशन के प्रधान आनंद सिकरी के मुताबिक इस बार की अक्षय तृतीया पर बिक्री को लेकर कारोबारियों को काफी उम्मीद थी, लेकिन ग्राहकों ने उत्साह नहीं दिखाया। ज्वेलर्स ने सुबह आठ बजे ही दुकानें खोल दी थीं, लेकिन आज तक के कारोबारी सत्रों के मुकाबले इस साल सबसे बुरी हालात देखने को मिली। ग्राहकों ने कोई खास रूचि नहीं दिखाई। पिछले साल काफी हद तक आनलाइन कारोबार हुआ था, लेकिन इस साल लोगों की वित्तीय हालत ठीक न होने से कोई खास रिस्पांस नहीं मिला। लोगों सिर्फ जरूरी सामान पर ही पैसे खर्च कर रहे हैं। इसके अलावा अधिक शादियां न हो पाने से भी सोने की बिक्री घटी है।

पहले एक दिन में हो जाती थी महीने भर की बिक्री

ज्वेलर प्रिस बब्बर ने कहा कि अक्षय तृतीय एक दिन में ही एक महीने जितनी बिक्री का लाभ दुकानदारों को देता है, लेकिन केवल 12 बजे तक का दुकानों के खुलने का समय होने के चलते लाभ नहीं मिल पाया। सरकार को ज्यूलर्स को राहत देने के लिए खास योजना बनाने की जरूरत है।

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