बर्तन धोने को लेकर विवाद में पिता ने की बेटे की हत्या, शव को जलाने का भी प्रयास
जगीरपुर में पिता ने लड़के की लकड़ी का बाला मारकर हत्या कर दी। इसके बाद अपना जुर्म छिपाने लिए घर में पड़ी खाली बोरियां और प्लास्टिक के सामान को लाश के ऊपर डाल कर आग लगा दी।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : जगीरपुर में पिता ने लड़के की लकड़ी का बाला मारकर हत्या कर दी। इसके बाद अपना जुर्म छिपाने लिए घर में पड़ी खाली बोरियां और प्लास्टिक के सामान को लाश के ऊपर डाल कर आग लगा दी। हरदोई, उत्तर प्रदेश का रहने वाला रामेश्वरपाल अपने 22 वर्षीय बेटे सुधीर कुमार के साथ घर में ही रहता था। शुक्रवार को देर रात उसका घर में पड़े जूठे बर्तन धोने को लेकर अपने बेटे के साथ झगड़ा हो गया था। मामला इतना बड़ा कि रामेश्वरपाल ने बेटे के सिर पर चारपाई का बाला मारकर हत्या कर दी।
इसके बाद पिता रामेश्वर ने बेटे के शव को घर में ही पड़ी प्लास्टिक के थैले व बोरिया डाल कर आग लगा दी। जब छत से धुआं निकला, तो पड़ोसियों ने उससे पूछा। इस पर उसने कहा कि घर पर पड़े कूड़े को आग लगाई है। इतनी रात को कूड़े को आग लगाने की बात से शक पैदा हुआ, तो उन्होंने इसकी सूचना उनसे अलग रहते दूसरे बेटे को दी, जिसने मौके पर आकर देखा तो भाई का शव जल रहा था और वह वहीं आग के पास बैठा हुआ था। बाद में पुलिस को सूचना दी । थाना टिब्बा के प्रभारी सुखदेव राज मौके पर पहुंचे और आरोपित को हिरासत में ले लिया। उसके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया है। पुलिस ने अधजले शव को कब्जे में लेकर उसे सिविल अस्पताल पहुंचा दिया है। रामेश्वर पहले निजी फैक्टरी में सिक्योरिटी गार्ड के तौर पर काम करता था, मगर बाद में उसे वहां से निकाल दिया था। मृतक की मां लॉकडाउन से पहले अपने गांव हरदोई, उत्तरप्रदेश चली गई थी और वहां ही रुकी हुई है। बाप-बेटा दोनों ही घर पर मौजूद थे। दूसरा बेटा परिवार से अलग रहता है।
छिप गया था बेटा छत पर जाकर की हत्या
देर रात जब दोनों बाप बेटे में झगड़ा हुआ तो वह पहले एक-दूसरे से हाथापाई करते रहे। बाद में रामेश्वर ने जब बाला उठा लिया तो उससे बचने के लिए बेटा सुधीर छत पर बने कमरे में जाकर छिप गया। रामेश्वर उसके पीछे गया और उसपर वार कर हत्या कर दी। उसकी चीखें सुनकर पड़ोसी भी जाग गए थे।