कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए खन्ना से दिल्ली के लिए जत्था रवाना
सोमवार को गांव रतनहेड़ी से एक दर्जन युवा किसानों का एक जत्था सरपंच व कांग्रेस नेता डा. गुरमुख सिंह चाहल की अगुआई में दिल्ली के लिए रवाना हुआ। डा चाहल ने कहा कि रतनहेड़ी के लोग इन कानूनों के खिलाफ चल रहे संघर्ष में लगातार शामिल हो रहे हैं।
खन्ना, जेएनएन। केंद्र सरकार के कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। किसान बड़ी संख्या में दिल्ली के बॉर्डर पर बैठे हैं। इसके साथ ही पंजाब से किसानों का आंदोलन में शामिल होने के लिए जाना जारी है। सोमवार को गांव रतनहेड़ी से एक दर्जन युवा किसानों का एक जत्था सरपंच व कांग्रेस नेता डा. गुरमुख सिंह चाहल की अगुआई में दिल्ली के लिए रवाना हुआ।
डा चाहल ने कहा कि रतनहेड़ी गांव के निवासी किसान विरोधी इन कानूनों के खिलाफ चल रहे संघर्ष में लगातार शामिल हो रहे हैं। किसान मजदूर एकता के नारे के साथ अब दिल्ली के संघर्ष में भी शामिल होने का फैसला लिया गया हैं। किसान इन कानूनों को रद कराने की लड़ाई में हर कीमत चुकाने को तैयार है। डा. चाहल ने कहा कि केंद्र सरकार ने जनविरोधी नीतियां ही लागू की हैं। नोट बंदी से लेकर जीएसटी तक हर फैसले से लोगों को बर्बाद करने की कोशिश की है। अब केंद्र सरकार पंजाब की किसानी को खत्म करने में लगी है। उनके ये मंसूबे वे पूरे नहीं होने देंगे।
इस मौके पर डा जगदेव सिंह चाहल, पंच लखवीर सिंह गिल, पंच कुलवंत सिंह, कमलदीप सिंह गोगी, जगपाल सिंह जग्गी, अमरजीत सिंह, मेजर सिंह ग्रेवाल, गुरिन्दर सिंह, मनवीर सिंह गिल, अमरिन्दर सिंह चाहल, मेजर सिंह चाहल, अमनिन्दर सिंह चाहल, मनप्रीत चाहल, अमृत जरग, हरजोत मान, रछपाल सिंह मान, बलविन्दर सिंह बिट्टा, सुखिवन्दर सिंह लाली, जगदीप मान, लंबरदार लखवीर सिंह, बलविन्दर सिंह भिन्दा, गुरजीत सिंह, दलजीत सिंह मान, सुखबीर सिंह रुपालो, साहिब ढंडा, रछपाल सिंह धालीवाल, अमित गिल, सुक्खी गिल, रघबीर सिंह चाहल, निर्मल सिंह भी मौजूद रहे।