एक सीजन भी न बर्दाश्त कर सकी लाखों की लागत के साथ बनी गेट की जाली

एशिया की सब से बड़ी अनाज मंडी खन्ना के जीटी रोड से मुख्य रास्ते पर लाखों की लागत के साथ लोहे के गेट कुछ समय पहले ही बनाऐ गए थे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 07 Oct 2021 09:11 PM (IST) Updated:Thu, 07 Oct 2021 09:11 PM (IST)
एक सीजन भी न बर्दाश्त कर सकी लाखों की लागत के साथ बनी गेट की जाली
एक सीजन भी न बर्दाश्त कर सकी लाखों की लागत के साथ बनी गेट की जाली

जागरण संवाददाता, खन्ना

एशिया की सब से बड़ी अनाज मंडी खन्ना के जीटी रोड से मुख्य रास्ते पर लाखों की लागत के साथ लोहे के गेट कुछ समय पहले ही बनाऐ गए थे। घटिया क्वालिटी के चलते गेट के नीचे पानी की निकासी के लिए बनाई गई जाली पहले सीजन में ही टूट गई है। यह एक सीजन भी नहीं बर्दाश्त कर सकी। इससे मंडी में आढ़तियों और किसानों में रोष पाया जा रहा है कि सीजन दौरान और खराबी आ गई तो गु•ारना मुश्किल हो जायेगा। फिलहाल ट्रैक्टर ट्रालियाँ और अन्य वाहनों को गु•ारने के लिए मिट्टी की बोरियों का सहारा लिया गया है।

किसान ज्ञान सिंह, सिमरन सिंह महन्दीपुर, गुरमुक्ख सिंह महन्दीपुर, बाबा दलजीत सिंह माजरा, जसमेल सिंह महोण ने कहा कि वे जब प्रात:काल मंडी में आए तो देखा कि गेट के नीचे पानी की निकासी के लिए बनी लोहे की जाली धँसी हुई थी। जिस के साथ तेज गति के साथ आने वाले स्कूटर मोटर साइकिलों के गिरने का ़खतरा बना हुआ था। ट्रैक्टर ट्रालियाँ निकालने से भी नुक्सान का डर बना हुआ था। उन्होंने बताया कि यह गेट लाखों की लागत के साथ सितम्बर महीने में ही तैयार किया गया था। जिस का इतनी जल्दी टूट जाना शक पैदा करता है।

वेल्डिग टूट गई है, रिपेयर हो जाएगी - अधिकारी

मार्केट कमेटी के सचिव सुरजीत सिंह चीमा और पंजाब मंडी बोर्ड के जेई गुरप्रीत सिंह ने कहा कि किसी भारी वाहन के गु•ार जाने के कारण जाली की वैलडिग टूट गई। इससे वह नीचे धंस गई है। फिलहाल उसे मिट्टी के साथ भर कर चालू कर दिया गया है क्योंकि सीजन के चलते गेट बंद नहीं किया जा सकता। उसकी जल्दी ही रिपेयर भी हो जाएगी।

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