गौरी शंकर गौशाला प्रबंधकों ने कौंसिल को सौंपा दो माह का नोटिस
पिछले कुछ समय से कईं तरह के विवादों के चलते चर्चा में रही बघौर स्थित गौरी शंकर गौशाला के साथ अब एक नया विवाद शुरू हो गया है।
जागरण संवाददाता, खन्ना : पिछले कुछ समय से कईं तरह के विवादों के चलते चर्चा में रही बघौर स्थित गौरी शंकर गौशाला के साथ अब एक नया विवाद शुरू हो गया है। गौशाला प्रबंधकों ने सोमवार को खन्ना नगर कौंसिल के कार्यकारी प्रधान जतिदर पाठक से मुलाकात की। इस दौरान एक पत्र पाठक को सौंप कर प्रबंधकों ने गौशाला का प्रबंध छोड़ने की इच्छा जाहिर की है और इसके लिए कौंसिल को दो माह का नोटिस सौंपा है।
गौशाला प्रबंधकों की नाराजगी हाल ही में आरटीआइ के जरिए दी गई एक जानकारी को लेकर है। प्रबंधकों ने पत्र में लिखा है कि पांच अगस्त को बैठक में यह फैसला किया गया था कि शहर में घूम रहे बेसहारा पशुओं को गौशाला में रखा जाएगा और इसके एवज में अपनी आर्थिक जरूरतों को कौंसिल के सामने गौशाला रखेगी। लेकिन, उनके दफ्तर से निकलते ही कौंसिल अधिकारियों ने एक गलत सूचना जारी कर दी। इस सूचना के अनुसार गौशाला किसी तरह की आर्थिक मदद कौंसिल से नहीं लेगी।
प्रबंधकों के अनुसार अधिकारियों की तरफ से एग्रीमेंट की कापी देने के बजाय प्रस्ताव वाला पत्र दे दिया। प्रस्ताव में पांच एकड़ जमीन मांगी गई थी जबकि एग्रीमेंट में दो एकड़ जमीन ही दी गई। इससे उनकी साख को धक्का पहुंचा है। इसके चलते वे गौशाला का प्रबंध छोड़ने और कौंसिल को सौंपने से पहले दो महीने का समय दे रहे हैं ताकि, गौशाला की व्यवस्था खराब नहीं हो। इस अवसर पर प्रधान राजिदर पाल, अजय ठाकुर, मुकेश मेहता, नरेश मेहता, मनीष थापर, ओमी रूपम भी मौजूद रहे।