जगराओं नगर कौंसिल विकास कार्य शुरू करवाने पर जानकारी बोर्ड लगाना अनिवार्य करेः खलीफा
पेप्सू के डायरेक्टर पुरषोत्तम लाल खलीफा ने कहा कि पिछले दिनों सुभाष गेट के नजदीक लाखों रुपये की लागत से तैयार की गई इंटरलॉकिंग टाइलों की सडक मात्र 1 महीने के अंदर ही उखड़ गई थी। मामले में ठेकेदार और अफसरों दोनों ने लापरवाही बरती।
जगराओं (लुधियाना), जेएनएन। नगर कौंसिल जगराओं हमेशा भ्रष्टाचार और घटिया मटीरियल से करवाए जाने वाले कार्यों के चलते सुर्खियों में रहती है। इसलिए पारदर्शिता के लिए नगर कौंसिल विकास कार्य शुरू करवाने से पहले संपूर्ण जानकारी देना बोर्ड जरूर लगवाए। पेप्सू रोडवेज के डायरेक्टर पुरुषोत्तम लाल खलीफा ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए सोमवार को यह मांग की।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों सुभाष गेट के नजदीक लाखों रुपये की लागत से तैयार की गई इंटरलॉकिंग टाइलों की सडक मात्र 1 महीने के अंदर ही उखड़ गई थी। यह मामला खूब चर्चा का विषय बना। सड़क निर्माण से पहले ठेकेदार ने सीवरेज के मैनहोल ऊपर उठाने की जरूरत नहीं समझी। जब क्षेत्र का सीवरेज जाम हुआ तो नगर कौंसिल के अधिकारियों को याद आया कि ठेकेदार ने सड़क बनाते समय मैनहोल ऊपर नहीं उठाए। इस कारण सड़क को फिर से जेसीबी मशीन से उखाड़ दिया।
डायरेक्टर पुरुषोत्तम लाल खलीफा ने इसकी उच्च स्तरीय जांच करवा कर ठेकेदार और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि नगर कौंसिल अधिकारी केवल दफ्तरों में बैठकर ही काम पास कर देते हैं और मौके पर कभी देखने नहीं जाते कि ठेकेदार कैसा काम कर रहा है। जो काम कर रहा है, वह निर्धारित मटीरियल के साथ हो रहा है या नहीं। इसी कारण अधिकतर कार्य निर्माण होने के कुछ ही समय बाद बिखर जाते हैं। खलीफा ने कहा कि जब भी कोई विकास कार्य किसी भी क्षेत्र में शुरू करवाया जाए तो वहां पर बोर्ड तैयार करके लगवाया जाए। इसमें पूरी जानकारी हो कि यह क्या काम है, कितने रुपये की लागत से किया जाएगा, कौन ठेकेदार यह काम करेगा और किस तारीख पर यह शुरू हुआ और कितनी तारीख तक यह खत्म होगा।
खलीफा ने मिसाल पेश करते हुए बताया कि महात्मा गांधी नेशनल रूरल एंप्लॉयमेंट गारंटी एक्ट 2005 (मनरेगा) के तहत करवाए जाने वाले कार्यों को लेकर ऐसा बोर्ड लगाया जाता है। ऐसा बोर्ड नगर कौंसिल को भी लगाने चाहिए।
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