आइलेट्स व कोचिंग सेंटर जगराओं एसोसिएशन ने डीसी वरिंदर शर्मा को दिया मांगपत्र, इंस्टीट्यूट खोलने की मांग
जगराओं में आइलेट्स सेंटर व कोचिंग सेंटर एसोसिएशन ने लुधियाना डीसी वरिंदर शर्मा को इंस्टीट्यूट ओपन करने के लिए मांगपत्र दिया। प्रधान हरिओम वर्मा ने पचास प्रतिशत क्षमता के साथ इंस्टीट्यूट खोलने की अनुमति देने की मांग की है।
जगराओं, जेएनएन। आइलेट्स सेंटर व कोचिंग सेंटर जगराओं एसोसिएशन ने लुधियाना डीसी वरिंदर शर्मा को इंस्टीट्यूट ओपन करने के लिए मांगपत्र दिया जिसमें एसोसिएशन के प्रधान हरिओम के साथ लगभग सारे इंस्टीट्यूट मालिक उपस्थित थे। प्रधान हरिओम वर्मा ने कहा कि जहां सारा कुछ खुल चुका है जैसे रेस्टोरेंट, जिम व माॅल पचास प्रतिशत की क्षमता से खुल चुके है उसी तरह हमारे इंस्टीट्यूट भी पचास प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने की अनुमति दी जाए। क्योंकि जहां इंस्टीट्यूट में पढ़ने वाले विद्यार्थी बालिग होते है वे अपना ख्याल खुद भी रख सकते है बहुत सारे विद्यार्थी इंस्टीट्यूट के स्टाफ व इंस्टीट्यूटों के मालिकों ने वैक्सीनेशन भी करवा रखी है। उसी के साथ-साथ आने वाले बच्चों की वैक्सीनेशन व उनकी संभाल का भी पूरा ख्याल रखा जाएगा। हम भरोसा दिलाते है कि कोविड-19 नियमों की पूरी-पूरी पालना की जाएगी।
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष से लेकर अब तक पंद्रह महीने में केवल पांच-छह महीने ही हमारे इंस्टीट्यूट खुले है। बाकी बंद ही रहे है। पिछला पूरा वर्ष सीजन खराब होने के बाद इस बाद भी पेपरों के बाद अभी तक इंस्टीट्यूट बंद होने करके सारे इंस्टीट्यूट स्थायी तौर पर बंद होने की कागार पर है। जिसमें मालिकों को किराया देना भी मुश्किल हाे गया है। अौर बहुत सारे खर्चे स्टाफ के वेतन, बिजली के बिल पैडिंग पड़े है। सरकार को विद्यार्थियों के भविष्य के साथ-साथ इंस्टीट्यूटों व कोचिंग सेंटरों के मालिकों के हितों का भी ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि बारहवीं के बाद विद्यार्थी अपना कैरियर चाहते है किसी ने बड़ी कक्षाओं में दाखिला लेना होता है और कई ने आइलेट्स करके विदेशों में जाकर पढ़ाई के लिए जाना होता है। विद्यार्थी के लिए बहुत मुश्किल हो गया है। एसोसिएशन की मांगे सुन जिलाधीश लुधियाना वरिंदर शर्मा ने भरोसा दिलाया कि आपके इंस्टीट्यूट व कोचिंग सेंटर जितनी जल्दी हो सके खुलवाने की कोशिश करेंगे।
सचिव मनीष चुघ ने कहा कि अगर थोड़ी देर और इंस्टीट्यूट बंद रहे तो यह पूरा सीजन भी खराब हो जाएगा। और फिर स्थायी तौर पर अपने इंस्टीट्यूट पर कोचिंग सेंटर बंद करके मालिकों को अपने घर बैठना पडे़गा। बहुत सारे टीचरों का व्यवसाय ही पढ़ाई पर ही निर्भर है और वह अपने घर बेरोजगार बैठे है। आइलेटस का पेपर भी जहां स्टार्ट हो चुका है और बच्चे आइलेट्स की प्रेक्टिस करने के लिए तरले ले रहे है। और चाहते है कि हमारी आफलाइन कक्षाएं लगें ताकि हम पेपर पास करके अच्छे बैंड ले सकें। क्योंकि ऑनलाइन कक्षाएं लगाकर अच्छी तरह पेपर नही दिया जा सकता। उसमें बहुत सारी टेक्नीकल बातें है तो स्टूटेंट अपने आपको बड़ा महसूस कर रहा है। आइलेटस सेंटर जगराओं के प्रधान हरि ओम वर्मा के साथ सुखजिंदर सिंह, जसप्रीत सिंह, कमलजीत सिंह, मनीष चुघ, सुमित कालड़ा, गुलजीत सिंह, मनू जैन, वरूण गुप्ता, नीरव गुप्ता, अर्शदीप सिंह, सुखदीप सिंह, गगन ककड़ सहित अन्य सदस्य मौजूद थे।