लुधियाना के जगराओं में जगह-जगह लगे गंदगी के ढेर, बरसात हुई तो फैल सकती हैं गंभीर बीमारियां

जगराओं के सभी 23 वार्डों और शहर की मुख्य सड़कों पर जगह-जगह गंदगी के बड़े ढेर नजर आ रहे हैं। पिछले करीब 1 महीने से नगर कौंसिल के सफाई कर्मचारियों द्वारा की गई हड़ताल के चलते उनके द्वारा घरों और डंपों से कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 01:23 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 01:23 PM (IST)
लुधियाना के जगराओं में जगह-जगह लगे गंदगी के ढेर, बरसात हुई तो फैल सकती हैं गंभीर बीमारियां
शहर की मुख्य सड़कों पर जगह-जगह गंदगी के ढेर और ओवरफ्लो होकर मोहल्ले में फैला हुआ गंदा पानी।

जगराओं, जेएनएन। जगराओं में पिछले करीब 1 महीने से नगर कौंसिल के सफाई कर्मचारियों द्वारा की गई हड़ताल के चलते उनके द्वारा घरों और डंपों से कूड़ा नहीं उठाया जा रहा। जिसके चलते शहर के सभी 23 वार्डों और शहर की मुख्य सड़कों पर जगह-जगह गंदगी के बड़े ढेर नजर आ रहे हैं। अधिक दिनों से सभी जगह पर गंदगी इकट्ठा होने के कारण बदबू वाला माहौल बना हुआ है। इसके अलावा नालियों और सीवरेज की सफाई ना होने के कारण सीवरेज ओवरफ्लो होकर उसका गंदा पानी सड़कों और गली मोहल्लों में फैला हुआ है। बरसात का मौसम होने के कारण अगर 1 दिन भी अच्छी बरसात हो जाती है तो इस गंदगी के कारण समूचे शहर में उल्टी दस्त या डेंगू मलेरिया जैसी बीमारियां फैलने का खतरा मंडरा रहा है।

गौरतलब है कि मौजूदा स्थिति में लोग कोरोना महामारी का सामना कर रहे हैं। शहर में अधिकतर लोगों को इस महामारी से होकर गुजरना पड़ा है। जिस दौरान शहर में अनेकों लोग इस बीमारी की भेंट भी चढ़ चुके हैं। ऐसे में अगर कोई और गंभीर बीमारी फैल जाती है तो लोगों का संभलना और प्रशासन का संभालना बेहद मुश्किल हो जाएगा। ऐसी स्थिति के मद्देनजर नगर कौंसिल प्रधान समेत सभी पार्षदों को इस गंदगी से निपटने के लिए जरूर कोई प्लान तैयार करना चाहिए ताकि समय रहते लोगों को गंभीर बीमारीयो से बचाया जा सके।

सफाई के लिए आगे आए पार्षद भी खामोश

जब नगर कौंसिल के सफाई कर्मचारियों द्वारा हड़ताल शुरू की गई थी तो उसके शुरुआती दिनों में शहर के कुछ वार्डो के पार्षदों ने अपने अपने वार्ड में खुद आगे लागे कर सफाई मुहिम शुरू की थी। जो करीब 1 सप्ताह चलने के बाद अब ठप होकर रह गई है। अधिकतर पार्षद पहले भी अपने वार्ड में सफाई के संबंध में खामोश रहे और अब भी खामोश है। उस समय कुछ पार्षदों के सफाई को लेकर जोश को देखते हुए शहर के कुछ समाजसेवी संगठनों द्वारा भी इस सफाई मुहिम में जुड़ने का ऐलान किया था लेकिन वह एलान सिर्फ अखबारी सुर्खियों तक ही सीमित होकर रह गया। किसी भी समाज सेवी संगठन द्वारा शहर को गंदगी के ढेर से बचाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।

क्या क्या कहना है प्रधान का

इस संबंध में नगर कौंसिल जगराओं के प्रधान जितेंद्र पाल राणा के बाद की गई उन्होंने कहा कि सरकार और सफाई कर्मचारियों के बीच बातचीत चल रही है। आशा है कि एक-दो दिन में समाधान हो जाएगा। शहर में सफाई के लिए बदलवें विप्र प्रबंधों संबंधी पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अगर एक-दो दिन में सफाई कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त नहीं होती तो वह सफाई के बदलवें प्रबंधों संबंधी चर्चा करेंगे।

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