समाजसेवी गुरपाल ने चतर सिंह पार्क में शुरू नहीं होने दिया स्टेटिक कंपेक्टर का काम

चतर सिंह पार्क में स्टेटिक कंपेक्टर बनाने का मामला गर्माता जा रहा है। वीरवार को नगर निगम के ठेकेदार ने चतर सिंह पार्क में काम शुरू किया तो समाजसेवी गुरपाल सिंह ग्रेवाल वहां पहुंच गए और उन्होंने ठेकेदार के मजदूरों को काम करने नहीं दिया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 09:40 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 09:40 PM (IST)
समाजसेवी गुरपाल ने चतर सिंह पार्क में शुरू नहीं होने दिया स्टेटिक कंपेक्टर का काम
समाजसेवी गुरपाल ने चतर सिंह पार्क में शुरू नहीं होने दिया स्टेटिक कंपेक्टर का काम

जागरण संवाददाता, लुधियाना : चतर सिंह पार्क में स्टेटिक कंपेक्टर बनाने का मामला गर्माता जा रहा है। वीरवार को नगर निगम के ठेकेदार ने चतर सिंह पार्क में काम शुरू किया तो समाजसेवी गुरपाल सिंह ग्रेवाल वहां पहुंच गए और उन्होंने ठेकेदार के मजदूरों को काम करने नहीं दिया। मजदूर जालियां काटने के लिए जनरेटर चला रहे थे तो गुरपाल सिंह ने जनरेटर बंद कर दिया। इसके बाद उसकी ठेकेदार से जमकर बहस हुई। ठेकेदार अपने मजदूरों को काम शुरू करने के लिए कह रहा था तो गुरपाल ने साफ कह दिया कि वह काम करने नहीं देगा। करीब दो घंटे तक वहां पर हंगामा चलता रहा। उसके बाद निगम अफसर पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे लेकिन गुरपाल ने उन्हें भी काम करने नहीं दिया। तीन घंटे की जद्दोजहद के बाद निगम अफसर गुरपाल को अपने साथ सराभा नगर ले गए और उसे स्टेटिक कंपेक्टर की कार्यप्रणाली दिखाई। स्टेटिक कंपेक्टर के सिस्टम को देखकर उसने कुछ संतुष्टि जताई लेकिन पेड़ काटे जाने के खिलाफ उसने फिर भी अपना विरोध जारी रखा। गुरपाल के विरोध के कारण वीरवार को निगम काम शुरू नहीं करवा पाया।

गुरपाल ग्रेवाल ने बताया कि नगर निगम स्टेटिक कंपेक्टर के लिए एक तो पार्क की जगह ले रहा है। वहीं दूसरी तरफ जहां कंपेक्टर लगाया जाना है वहां पर एक दर्जन के करीब पेड़ हैं, जिन्हें काटा जाएगा। ग्रेवाल फूट फूटकर रोने लगे। उसने कहा कि निगम अफसर पेड़ न काटे जाने की बात कर रहे हैं लेकिन यह सच नहीं है। इसलिए वह यहां पर एक भी पेड़ कटने नहीं देंगे। उसने बताया कि नगर निगम हो सकता है उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करे लेकिन वह यहां पर एक भी पेड़ कटने नहीं देगा। नगर निगम के एक्सईएन रमन कौशल ने उसे समझाया कि कंपेक्टर बनने के बाद कूड़ा बिखरेगा नहीं और पार्क में आने वालों को ज्यादा बदबू का सामना भी नहीं करना पड़ेगा। इसलिए इसका विरोध करना सरासर गलत है।

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