Protest In Ludhiana: गेस्ट फैकल्टी असिस्टेंट प्रोफेसर्स ने पंजाब सरकार का पुतला फूंका, जानें कारण

Protest In Ludhiana गेस्ट फैकल्टी असिस्टेंट प्रोफेसर्स ने सोमवार अपनी मांगों को लेकर पंजाब सरकार का पुतला फूका। इस दौरान जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की गई। राज्य भर के 48 सरकारी कालेजों के गेस्ट फैकल्टी ने अपने-अपने कालेज के बाहर यह पुतले फूंके।

By Vipin KumarEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 01:22 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 01:22 PM (IST)
Protest In Ludhiana: गेस्ट फैकल्टी असिस्टेंट प्रोफेसर्स ने पंजाब सरकार का पुतला फूंका, जानें कारण
लुधियाना में प्रोफेसर्स ने पंजाब सरकार का पुतला फूंका। (जागरण)

जागरण संवाददाता, लुधियाना। गेस्ट फैकल्टी असिस्टेंट प्रोफेसर्स ने सोमवार अपनी मांगों को लेकर पंजाब सरकार का पुतला फूका। इस दौरान जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की गई। राज्य भर के 48 सरकारी कालेजों के गेस्ट फैकल्टी ने अपने-अपने कालेज के बाहर यह पुतले फूंके। लुधियाना में गवर्नमेंट कालेज फार गर्ल्स (GCG) और एससीडी गवर्नमेंट कालेज (SCD) कालेज के असिस्टेंट प्रोफेसर्स जीसीजी कालेज के बाहर एकत्रित हुए और सरकार का पुतला फूंका। गेस्ट फैकल्टी के फलविंदर वर्मा ने कहा कि पिछले दो नवंबर से उनका धरना जारी है। रोजाना कालेज के बाहर वह धरना लगाकर बैठे हुए हैं लेकिन उनकी मांगों की कोई भी सुनवाई नहीं हो रही है।

सोमवार काे धरने का 35वां दिन रहा। इस दौरान वह मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी, शिक्षा मंत्री परगट सिंह, कृष्ण कुमार इत्यादि सभी से मिल चुके हैं, लेकिन उनकी समस्या का अभी तक किसी ने समाधान नहीं किया है। गेस्ट फैकल्टी प्रोफेसर्स की एक ही मांग है कि सरकार ने कालेजों में नई भर्ती को लेकर जो विज्ञापन दिए हैं। वह प्राेफेसर्स के साथ साैतेला व्यवहार है। 

भर्ती की आड़ में गेस्ट फैकल्टी को निकालना चाहती है सरकार

प्राेफेसर्स का आराेप है कि नई भर्ती की आड़ में सरकार गेस्ट फैकल्टी को निकालना चाहती है जोकि सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि कालेजों में वह पिछले 15-20 सालों से अपनी सेवाएं दे रहे हैं तो अब सरकार उन्हें रेगुलर करने की बजाए यह रास्ता अपना रही है। सरकार को चाहिए कि पहले गेस्ट फैकल्टी की सेवाओं को सुरक्षित करे व फिर नई भर्ती करें। इस माैके पर सोनिया, शमा, इंद्रप्रीत कौर, पवनप्रीत कौर, मनवीर सिंह, नीलमा, विद्या व शारदा आदि मौजूद रहे। गाैरतलब है कि अगले साल हाेने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कर्मचारी संगठनाें ने पंजाब सरकार के खिलाफ संघर्ष तेज कर दिया है। आए दिन बेराेजगार अध्यापक मुख्यमंत्री और मंत्रियाें के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। आने वाले दिनाें में यह धरने और भी बढ़ सकते हैं।

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