इस बार माछीवाड़ा अनाज मंडी में 1.75 लाख बोरी कम पहुंचा धान

धान की सरकारी खरीद पूरी हो चुकी है। इस बार माछीवाड़ा अनाज मंडी में पिछले साल के मुकाबले धान की करीब 1.75 लाख बोरी की कम आमद हुई है। इसका मुख्य कारण सरकार की सख्ती रही जिससे उत्तर प्रदेश से सस्ता धान यहां नहीं आ सका।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 08:33 PM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 08:33 PM (IST)
इस बार माछीवाड़ा अनाज मंडी में 1.75 लाख बोरी कम पहुंचा धान
इस बार माछीवाड़ा अनाज मंडी में 1.75 लाख बोरी कम पहुंचा धान

संसू, श्री माछीवाड़ा साहिब : धान की सरकारी खरीद पूरी हो चुकी है। इस बार माछीवाड़ा अनाज मंडी में पिछले साल के मुकाबले धान की करीब 1.75 लाख बोरी की कम आमद हुई है। इसका मुख्य कारण सरकार की सख्ती रही, जिससे उत्तर प्रदेश से सस्ता धान यहां नहीं आ सका। ऐसे में इस बार मंडी में अनाज की कालाबजारी कर लाखों रुपये कमाने वाले आढ़ती व व्यापारी मालामाल नहीं हो सके।

माछीवाड़ा मार्केट कमेटी से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष धान की सरकारी खरीद 11,68,528 क्विंटल हुई, जबकि पिछले साल 12,51,000 क्विंटल धान की खरीद हुई थी। अन्य मंडियों को मिला लें तो पिछले वर्ष कुल 15,13,403 क्विटल धान की खरीद हुई थी, जो इस वर्ष घटकर 14,48,134 क्विटल रही। ऐसे में पिछला साल के मुकाबले इस साल मंडी में 65 हजार क्विंटल (1.75 लाख बोरी) धान कम पहुंचा। इसके बाद से चर्चा है कि पहले उत्तर प्रदेश से सस्ता धान लाकर यहां महंगा बेचा जाता था। इससे आढ़ती व व्यापारी मुनाफा कमा लेते थे, जबकि इस बार ऐसा नहीं हो पाया।

12.74 करोड़ का धान घटने से 76 लाख की मार्केट फीस हुई कम

माछीवाड़ा अनाज मंडी में इस बार सरकार की सख्ती कारण बाहरी राज्यों से धान नहीं आया और 1.75 लाख बोरी की आमद कम हुई जिस की कीमत 12.74 करोड़ रुपए बनती है। यह धान कम आने कारण बेशक केंद्र व पंजाब सरकार ने अनाज की कालाबजारी बंद की परंतु माछीवाड़ा मार्केट कमेटी को इस करोड़ों रुपए की राशि के जो 76 लाख से अधिक मार्केट फीस बनती थी उस का भी नुकसान हुआ। इसके साथ ही माछीवाड़ा अनाज मंडी के आढ़तियों की 12.74 करोड़ रुपये की फसल घटने से 32 लाख रुपये कमीशन भी घट गई।

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