परमात्मा शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता : निगम बोध तीर्थ
भारत धर्म प्रचारक मंडल की ओर से वेद मंदिर दरेसी प्रांगण में कातिर्क पूर्णिमा के उपलक्ष्य में सत्संग सभा का आयोजन किया गया।
संस, लुधियाना : भारत धर्म प्रचारक मंडल की ओर से वेद मंदिर दरेसी प्रांगण में कातिर्क पूर्णिमा के उपलक्ष्य में सत्संग सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्वामी निगम बोध तीर्थ ने कहा कि परमात्मा शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता, क्योंकि परमात्मा शब्द अतीत है। उन्होंने कहा कि जिस चीज को हमारा मन समझ सके जो बन कर मिट जाए वह परमात्मा नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि ज्ञान अमृत गुरु से नहीं मिल सकता, बल्कि ज्ञान के लिए गुरु चाहिए। जैसे पानी कहने से प्यास नहीं बुझती, प्यास बुझाने के लिए पानी पीना पड़ता है। स्वामी देवेश्वानंद तीर्थ ने कहा कि जब तक परमात्मा अनुभव नहीं करेंगे, तब तक मुक्ति नहीं होगी। इसी को ब्रह्म ज्ञान कहते हैं। उन्होंने कहा कि परमात्मा सत्ता हमसे दूर नहीं, जो संसार से मिले वह सुख है आनंद नहीं आनंद पाने के लिए भीतर उतरना जरूरी है और उसी कला को सदगुरु सिखाता है। कुरुक्षेत्र में श्री कृष्ण ने अर्जुन को वेदों का पाठ नहीं पढ़ाया जैसे ही अर्जुन शिष्य भाव में आया तो श्रीकृष्ण ने गीता उपदेश देकर ज्ञान करवाया।