बीएसएफ को 50 किमी तक निगरानी का अधिकार देना राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा : सरीन
पंजाब भाजपा के मुख्य प्रवक्ता अनिल सरीन ने पंजाब में देश विरोधी गतिविधियों पर निगरानी करने के लिए बीएसएफ को 50 किलोमीटर तक दिए गए अधिकार पर राजनीति करने वालों को आड़े हाथों लिया।
जासं, लुधियाना : पंजाब भाजपा के मुख्य प्रवक्ता अनिल सरीन ने पंजाब में देश विरोधी गतिविधियों पर निगरानी करने के लिए बीएसएफ को 50 किलोमीटर तक दिए गए अधिकार पर राजनीति करने वालों को आड़े हाथों लिया। सरीन ने कहा कि इसे पंजाब पर कब्जा करने की साजिश बताकर सिर्फ राजनीति की जा रही है। यह मुद्दा देश की सुरक्षा का है। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। पंजाब के पड़ोसी राज्य राजस्थान व गुजरात में पहले से ही बीएसएफ 50 किलोमीटर के दायरे में निगरानी कर रही है। न तो उक्त दोनों राज्यों में स्थानीय पुलिस के अधिकार छीने गए हैं और न ही पंजाब पुलिस के अधिकार छीने जाने का कोई नोटिफिकेशन जारी हुआ है। इससे पूर्व भी पंजाब में जहां 15 किलोमीटर क्षेत्र में बीएसएफ की निगरानी के बावजूद पंजाब पुलिस के अधिकारों में कोई कटौती नहीं हुई है। ऐसे में राजनीतिक दलों की तरफ से बीएसएफ के माध्यम से केंद्र सरकार का पंजाब पर कब्जा करने की बयानबाजी कोरा झूठ साबित हो रही है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि पंजाब में निगरानी के लिए बीएसएफ को अधिकार देने की पहल कोई पहली बार नहीं हुई बल्कि इससे पूर्व भी केंद्र में सत्तासीन कांग्रेस सरकारों ने 22 सितंबर 1969 और दूसरी बार 11 जून 2012 को निगरानी की जिम्मेदारी बीएसएफ को सौपी थी। अब अगर केंद्र में सत्तासीन भाजपा सरकार ने निगरानी के लिए बीएसएफ का दायरा बढ़ाया है तो इसपर शोर क्यों मचाया जा रहा है। उन्होंने पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह दायरा बढ़ाने पर हो हल्ला मचाने की बजाए पहले राजस्थान में सत्तासीन अपनी ही पार्टी की कांग्रेस सरकार से पूछ लें की वहां पर 50 किलोमीटर क्षेत्र में बीएसएफ की तरफ से निगरानी करने से पुलिस के कार्यक्षेत्र में कोई कटौती हुई है।